दिल की लड़ाई दिमाग से लड़ेंगे उत्कर्ष शर्मा
मुम्बई : इसे आप वो स्टारकिड्स न समझें, जो शुरूआत में टैलेंट से ज्यादा अपनी फिल्मी फैमिली का फायदा उठाते हुए रोल हासिल करते हैं। इनका लुक भी स्टाइलिश है और एक्टिंग भी पॉवरफुल, जिसका एक नमूना आप फिल्म के ट्रेलर में देख चुके हैं। हम बात कर रहे हैं उत्कर्ष शर्मा की, जो भले ही दिग्गज़ निर्देशक अनिल शर्मा के बेटे हों, लेकिन अपनी डेब्यू फिल्म के लिए उन्होंने रात—दिन ट्रेनिंग में पसीना बहाया है इसलिए तो पिता को अपने बेटे के अभिनय कौशल पर गर्व है जो दर्शकों को फिल्म ‘जीनियस’ से चौंकाने आ रहा है। यहां हम चौंकाने वाली बात इसलिए कर रहे हैं कि उत्कर्ष को शुरूआत में ही ऐसी फिल्म मिली है, जो एक साइंस फिक्शन है जिसमें एक युवा अपने प्रयोग से दुनिया बदल देता है। कहने का मतलब है कि उत्कर्ष को पहली फिल्म में ही चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने को मिला है जो दिलचस्प है और चुनौतीपूर्ण भी। चुनौतीपूर्ण इसलिए कि अपनी पहली ही फिल्म में उन्हें नवाजुद्दीन सिद्दीकी, मिथुन चक्रवर्ती जैसे अनुभवी अभिनेताओं के साथ काम करने का मौका मिला है।
रूपहले परदे पर उतरने से पहले ही पापा अनिल शर्मा ने उन्हें कोई तो खास टिप्स दी होगी? इस सवाल पर उत्कर्ष कहते हैं कि पापा से यही सीख मिली की स्वाभाविक अभिनय करना चाहिए। जितना रियल रहे उतना बेहतर है। खासकर कमर्शियल फिल्म में आप जितना रियलिज्म लाने की कोशिश करें उतने ही दर्शक आपसे जुड़ते हैं। बाकी पापा से काफी सीखा है अभी भी सीख रहा हूँ।