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केरल में रेड अलर्ट खत्म, अब राहत की सांस लेगा राज्य, स्कूल अस्पताल बनाए गये राहत शिविर

केरल में भीषण बाढ़ की वजह से खराब हुए हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। बारिश में शुक्रवार और शनिवार को आई कमी की वजह से राज्य सरकार ने सभी 14 जिलों से रेड अलर्ट हटा लिया है। 9 अगस्त के बाद यह पहला मौका है जब रेड अलर्ट को हटाया गया है। बारिश में कमी आने से केंद्र एवं राज्य सरकार की तरफ से राहत कार्यों में तेजी आने से हालात सुधरे हैं। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के जिलों इरनाकुलम, पथानमिट्टा और अलपुझा में भारी बारिश की आशंका जताई है। केरल में रेड अलर्ट खत्म, अब राहत की सांस लेगा राज्य, स्कूल अस्पताल बनाए गये राहत शिविर

भारी बारिश की वजह से राज्य में आई बाढ़ की वजह से 350 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। शनिवार को 22 लोगों की बाढ़ की वजह से मौत हो गई है। इस समय 6,61,887 लोग 3,466 राहत शिविरों में रह रहे हैं। राज्य के अलुवा, चालकुडी, चेनगन्नूर, अलपुझा और पथानमिट्टा जिलों में बाढ़ ने सबसे ज्यादा कहर ढाया है। एनडीआरएफ, सेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड यहां पूरी मुस्तैदी से बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हैं। शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया और फिर 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया।

Live Updates: 

– अलपुझा के चेंगन्नूर के सरकारी स्कूल को राहत शिविर में बदल दिया गया है। 115 लोगों को इस राहत शिविर में लाया गया है। 

– इडुक्की जिले के वंदीपेरियर में स्थित वेटेरिनरी अस्पताल को राहत शिविर में तब्दील कर दिया गया है। यहां 35 लोग रह रहे हैं। 

– मुंबई के लोगों ने बाढ़ प्रभावितों के लिए आवश्यक वस्तुएं भेजीं

– इडुक्की जलाशय का जलस्तर आज 2402.28 फीट है। पेरियार नदी के जल का प्रवाह 913 क्यूसेक प्रति घंटा है। जलाशय के दो शटर बंद कर दिए गए हैं।

– कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम ने इरनाकुलम, कोट्टायम, थ्रिसूर, पालघाट, कोझीकोड़, कन्नूर और त्रिवेंद्रम के लिए अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। पहली सेवा बंगलूरू के त्रिवेंद्रम से शाम के 4 बजे शुरू होगी। कासरगोड़ के लिए सेवा अभी बहाल नहीं हुई है।

– आज सुबह आरएएफ की टीम को पलक्कड जिले के नेम्मारा क्षेत्र में हुए भूस्खलन में मरे एक शख्स का शव मिला है। आरएएफ कोयंबटूर यूनिट के कमांडेंट ने कहा, ‘हमें क्षेत्र से 10 शव मिल चुके हैं। क्षेत्र में अभी भी भूस्खलन जारी है। शवों को निकालना बहुत मुश्किल काम है।’

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