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3 लाख रुपए किलो बिक रहा है मीट, युद्ध के आसार

दुनिया का बड़ा तेल भंडार होने के बावजूद वेनेजुएला आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इस देश के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यहां एक किलो मीट के लिए 3 लाख रुपए और एक लीटर दूध के लिए 80 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं।


साओ पाउलो : दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला एक तरफ जहां महंगाई की मार से परेशान है तो दूसरी तरफ सीमा पर तनाव का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि वेनेजुएला की हरकतों पर लगाम लगाने के लिए ब्राजील ने सीमा पर भारी संख्या में सेना उतार दिए हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमेर ने वेनेजुएला के साथ लगने वाली सीमा पर आव्रजन को लेकर क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बाद सेना को वहां भेजा और प्रमुख मंत्रियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई। सीमा पर स्थित पकेरेमा नगर के निवासियों की शनिवार को वेनेजुएलाई प्रवासियों के साथ हिंसक भिड़ंत होने और उन्हें अस्थायी शिविरों से खदेड़े जाने के बाद राष्ट्रपति ने यह कदम उठाया। तेमेर ने रक्षा, लोक सुरक्षा और विदेश मामलों से संबद्ध प्रमुख मंत्रियों के साथ ब्राजीलिया स्थित राष्ट्रपति आवास में बैठक की लेकिन इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई।

वेनेजुएला के सांता एलेना डे उरेन प्रांत की सीमा से सटे दूसरी तरफ के प्रांत पकेरेमा में स्थिति सुबह तक सामान्य थी क्योंकि स्थानीय लोग सड़कों पर रह रहे वेनेजुएलाई लोगों को बाहर निकालने में कामयाब हो गए थे। ब्राजील के आव्रजन कार्य बल के एक प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार की हिंसा के बाद 1,200 से ज्यादा वेनेजुएलाई आव्रजक वेनुजएला लौट गए। लोक सुरक्षा मंत्रालय ने घोषणा की थी कि वह क्षेत्र में टीमों के साथ काम करने के लिए 60 सैन्य टुकड़ियां भेज रहा है। आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक संकट की गिरफ्त में आए वेनेजुएला के लाखों नागरिक पिछले तीन सालों में इस संकट से बचने के लिए सीमा पार कर ब्राजील चले आए थे।

दुनिया का बड़ा तेल भंडार होने के बावजूद वेनेजुएला आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इस देश के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यहां एक किलो मीट के लिए 3 लाख रुपए और एक लीटर दूध के लिए 80 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं, यहां की सरकार ने दुनिया भर के देशों से गुहार लगाई है कि वे यहां के हालात सुधारने में उनकी मदद करें। वहीं कोलंबिया का कहना है कि चंद दिनों में वेनेजुएला के करीब 10 लाख लोग उसके यहां आकर शरण ले चुके हैं, जिसके चलते उन पर दबाव बन रहा है। जानकारों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आने के चलते वेनेजुएला में आर्थिक संकट आया है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि यहां के सरकार की गलत नीतियों के चलते भूखमरी के हालात बने हैं।इस कठिन परिस्थिति से देश को निकालने के लिए वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस माडुरो राजधानी कराकस में लगातार बैठकें कर रहे हैं, वे दुनिया भर के बड़े देशों से आग्रह कर चुके हैं कि वे वेनेजुएला की मदद करें।

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