कहते हैं प्यार के आगे दुनिया भर की दौलत फीकी पड़ जाती है। लेकिन क्या यह सच है? कुछ शोधकर्ताओं ने प्यार पर पैसे के प्रभाव को अपनी तरह से देखा है। वे कहते हैं, प्यार में भी पैसा बोलता है।प्यार और पैसे के बीच का रिश्ता हमेशा कठोर होता है। पैसा और प्यार कहने मे दोनों बेशक छोटे शब्द हैं, लेकिन इन दोनों शब्दों के मतलब बहुत अलग हैं। कोई अपने परिवार को छोड़कर पैसों से प्यार करता है, तो कोई प्यार के लिए अपनी दौलत को ठुकरा देता है। कहते हैं, प्यार के आगे दुनिया भर की दौलत फीकी पड़ जाती है। लेकिन क्या लाखों-करोड़ों की दौलत से प्यार कमाया जा सकता है?
पैसा कमाना दोनों की जिम्मेदारी
पैसा आज हर किसी के लिए अहम है। जब शादी के लिए लड़कियां या घर वाले लड़का ढूंढते हैं, तो अक्सर यह कहते हैं कि पैसे वाला लड़का मिलेगा, तो लड़की आराम से रहेगी। लेकिन आराम का मतलब लग्जरी से नहीं लगाया जाना चाहिए। हर कोई चाहता है कि शादी के बाद बुनियादी जरूरतों की अच्छी उपलब्धता हो। सिर्फ प्यार के लिए शादी कर लेना आपको जरूरी आराम नहीं दे सकता। अगर आप उस व्यक्ति से शादी करना चाहती हैं, जिससे प्यार करती हैं, तो पहले यह सुनिश्चित कर लें कि शादी के बाद आपकी बुनियादी जरूरतें पूरी होंगी या नहीं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि घर-परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरी करने की जिम्मेदारी सिर्फ पुरुष की ही नहीं है। महिलाओं को भी इसमें अपनी भूमिका को समझना चाहिए।
पैसा सिर्फ माध्यम है, जरूरत नहीं
आज की दुनिया में हर दूसरा इंसान पैसों के पीछे भाग रहा है। इसके चलते कई बार वह अपनों से भी दूर होता जाता है। माना कि पैसा इंसान की जरूरत है, लेकिन जीवन में प्यार भी बहुत अहम है। इंसान दिनभर काम करके अपनों के लिए ही कमाता है, लेकिन अगर इससे उसके अपने ही खुश न हों तो? इसलिए इस बात को समझें कि प्यार को निभाने के मुकाबले पैसा कमाना आसान है। यह भी सच है कि इंसान पैसा कितना भी कमा ले, लेकिन वह उसे हमेशा कम ही लगता है। वहीं किसी रिश्ते को बरकरार रखने के लिए प्यार बेहद जरूरी है, पर पैसा भी उतना ही अहम है। हर महिला चाहती है कि उसकेे परिवार की जिंदगी अच्छी हो और उनकी जरूरतें पूरी हों। लेकिन इस बात को भी ध्यान रखें कि पैसा आपकी जरूरत पूरी करने का माध्यम ही बनकर रहे, आपकी जरूरत नहीं।
शोध के अनुसार
2014 में सिंगापुर में हुए एक शोध में पाया गया कि भौतिकवादी मूल्य के प्रति झुकाव वाले लोगों का विवाह और बच्चों के प्रति अधिक नकारात्मक दृष्टिकोण था। वहीं एक मैट्रीमोनियल वेबसाइट द्वारा 5 हजार लड़कियों के बीच किए गए सर्वे में लड़कियों ने शादी के लिए फाइनेंस क्षेत्र से जुड़े लड़कों को आईटी फील्ड में काम कर रहे लड़कों की तुलना में ज्यादा प्राथमिकता दी। वहीं मार्केटिंग से जुड़े लड़कों की डिमांड सबसे कम रही। 70 फीसदी लड़कियां चाहती हैं कि उनके भावी जीवनसाथी की मासिक आय 50 हजार से एक लाख रुपये तक हो। 20 फीसदी लड़कियां चाहती हैं कि उनके लाइफ पार्टनर की आय एक लाख रुपये प्रति माह हो। 50 फीसदी लड़कियां मार्केटिंग की जगह फाइनेंस प्रोफेशनल से शादी करना चाहती हैं।
भौतिक सुख के साथ प्यार भी जरूरी
आजकल लड़कियां अपने भविष्य को ध्यान में रखकर फैसले लेती हैं। यही चीज उनके रिश्तों में भी सामने आती है। शादी करने से पहले लड़कियां लड़के का बैंक बैलेंस देखती हैं। उसके बाद ही शादी करने का फैसला लेती हैं। लेकिन कई बार यही चीजें आपको दूसरों से बहुत दूर कर देती हैं। कॉलेज या आईआईटी से निकलते ही या एमबीए करने के बाद बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में तुरंत बड़ा पैकेज और अन्य सुविधाएं मिलने से नई पीढ़ी की सोच में व्यापक अंतर आ गया है। हर महीने मिलने वाला पैकेज हाथ में आ जाए, तो उसकी चकाचौंध से इंसान का दिमाग केवल भौतिक सुखों का ही आनंद लेने में मग्न हो जाता है और प्यार, स्नेह, आत्मीयता व संबंधों की गरिमा की कद्र करना भूल जाता है। ठीक है, पैसा जीवन के लिए जरूरी है। लेकिन इसके अलावा भी जीवन में कई चीजें और रिश्ते हैं, जो आपके लिए बहुत अवश्यक हैं। पैसे को भी देखें, लेकिन इस बात को भी समझें कि पैसा कभी प्यार की पूर्ति नहीं कर सकता।
पैसे से प्यार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानने के लिए ब्रिटेन के ‘स्वान्जी यूनिवर्सिटी’ के शोधकर्ताओं ने एक शोध किया। इसमें 50 प्रेमी जोड़ों को 75 पुरुष और 75 महिलाओं की तस्वीरें दिखाई गईं। उनसे तस्वीरों में दिखाए गए महिला और पुरुषों के साथ कुछ या लंबे समय के लिए रिश्ते में रहने के बारे में पूछा गया। इसके बाद इनमें से कुछ प्रतिभागियों को फैंसी कारों, महंगे गहने, बड़े घरों और पैसों की तस्वीरें दिखाई गईं। यह चीजें दिखाने के बाद उन्हें फिर से वही तस्वीरें दिखाई गईं और वही सवाल पूछा गया। दूसरे समूह की तुलना में पहला समूह, जिन्होंने सिर्फ महिला और पुरुषों के तस्वीरों को देखा था, उसमें से 16 फीसदी से अधिक लोगों ने कुछ समय के लिए रिश्ते में रहना पसंद किया।विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक एंड्रयू जी. थॉमस कहते हैं, “पैसे का प्यार पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि मानव के शारीरिक आकर्षण की प्राथमिकताएं पर्यावरण के अनुसार समय-समय पर बदलती हैं या नहीं।”