सपा की प्रवक्ता सूची से बाहर होते ही पंखुड़ी पाठक, बोलीं- अब यहां दम घुटता है
सोमवार को सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने 24 नेताओं की सूची जारी कर दी। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में यही नेता पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत होंगे।
नोएडा की रहने वाली पंखुरी पाठक ने ट्वीट करके कहा है, 8 साल पहले वे सपा की विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित होकर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी। लेकिन, आज न वह विचारधारा दिखती है और न ही वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चलती है, उसमें दम घुटता है।
कभी जाति और कभी धर्म तो कभी लिंग को लेकर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियां की जाती हैं, पर पार्टी नेतृत्व सबकुछ जानकर भी शांत रहता है। यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है। ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के समझौता करके पार्टी में बने रहना मुमकिन नहीं रह गया था।
पंखरी पाठक कहती हैं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मैंने नेता और आदर्श ही नहीं, एक बड़ा भाई भी माना है। इसलिए गलत दिशा में पार्टी को जाते देख मुझे दुख होता है।
पार्टी में आज न लोकतंत्र बचा है और न कार्यकर्ता का सम्मान। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी भी दल से जुड़ने की नहीं सोच रही हैं। अब अपना पूरा ध्यान उच्च शिक्षा पूरी करने पर देंगी।