नई दिल्ली : रिजर्व बैंक आफ इंडिया, आरबीआई ने 100 रुपये के नए नोट का सर्कुलेशन शुरू कर दिया है। जल्द ही लैवेंडर रंग के ये नए नोट बाजार में आम लोगों के हाथों में ये दिखाई देने लगेंगे। आरबीआई ने अपने स्टाफ को सौ रुपये का नया नोट जारी कर दिया है। भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में भी नए नोट की करेंसी भेजी जा चुकी है। 100 रुपये के नए नोट आने के बाद भी 100 रुपये के पुराने नोट चलते रहेंगे। लैवेंडर रंग वाले 100 रुपये के नए नोट सबसे पहले आरबीआई स्टाफ को दिए गए। इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य शाखा में इन नोटों की गड्डियां भेजे गए। दूसरे बैंकों में भी नए नोट को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 19 जुलाई को आरबीआई ने पहली बार 100 रुपये के नए नोट की तस्वीरें जारी की थीं।
100 रुपये के नए नोट का रंग बैंगनी है। पहली बार आरबीआई ने बैंगनी रंग का नोट जारी किया है। नए नोट का आकार 66 mm × 142 mm है। 100 रुपए के नए नोट के सामने वाले हिस्से में देवनागरी में 100 लिखा हुआ है। वहीं नोट के केंद्र में महात्मा गांधी की तस्वीर और छोटे अक्षरों में RBI, भारत, India और 100 लिखा हुआ है। नए नोट में सुरक्षा के नए फीचर्स नए नोट में सुरक्षा के कई नए फीचर्स एड किए गए हैं। नोट में लगे सिक्योरिटी थ्रेड में कलर शिफ्ट फीचर्स है। जब आप नए नोट को मोड़ेंगे तो थ्रेड का रंग हरे से नीला हो जाएगा। इस थ्रेड में भारत और RBI लिखा हुआ है। बाकी के नए नोटों की तरह इस नोट में भी नंबरों को छोटे से बड़ा किया गया है। नए नोट में इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क नोट के फ्रंट हिस्से में गारंटी क्लॉज, गवर्नर का हस्ताक्षर, RBI का एंब्लेम महात्मा गांधी के फोटो के दाईं ओर है।
नोट में अशोक स्तंभ भी दाईं ओर ही है। वहीं आगे के हिस्से में महात्मा गांधी पोर्टेट और इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क में है। दृष्टिबाधित लोगों के लिए खास फीचर्स दृष्टिबाधित लोग असली नोट को आसानी से पहचान सके, इसके लिए नोट में खास फीचर्स है। उनके लिए इंटैलियो यानी भरी हुई छपाई में महात्मा गांधी का चित्र, अशोक स्तंभ प्रतीक, उभरे हुए त्रिकोणीय पहचान चिन्ह और माइक्रो-टैक्स्ट के साथ 4 कोणीय ब्लीड रेखाएं हैं, जिसे वो छूकर आसानी से पहचान सकते हैं। नए नोट में रानी की वाव को मिली जगह नोट के पीछे के हिस्से में प्रिंटिंग का साल, स्वच्छ भारत का लोगो, भारतीय भाषाओं का पटल, देवनागरी में 100 लिखा हुआ और गुजरात की रानी की वॉव का चित्र अंकित है। रानी की वाव गुजरात में स्थित एक बावड़ी है, जो विश्व प्रसिद्ध है।