भूलकर भी हाथ से ना छुएं औरत के शरीर का ये हिस्सा, वरना काली देवी देंगी सजा
गरुणपुराण में पुरुषों के लिए कुछ खास नियम बताए गए हैं। यदि इन नियमों का पालन ना किया जाए तो मनुष्य को कड़ी सजा मिलती है। गरुणपुराण में कहा गया है कि स्त्री को लक्ष्मी का रूप माना गया है। किसी भी पुरुष को स्त्री की नाभि अपने हाथों से नहीं छूनी चाहिए। यदि कोई मनुष्य ऐसा करता है तो उसे देवी काली द्वारा सजा दी जाती है। स्त्री की नाभि को सबसे पवित्र माना गया है। देवी काली की नाभि में उनकी सारी शक्तियां विराजमान रहती हैं।
यह तो आपको और हम सबको पता ही है कि भारत देश में स्त्री को देवी का दर्जा दिया जाता है। हिंदू धर्म में लोग नारी को देवी का दर्जा देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर दुनिया में महिला न हो तो दुनिया से इंसानों का वजूद ही मिट जाएगा। आज के इस कलयुग में महिलाओं की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। आज के समय में भी लोग लड़की होने पर किसी अभिशाप से कम नहीं समझते हैं। यह बात हम सभी जानते हैं कि एक महिला ही संसार की मूल सूत्रधारक होती है।
तभी लोग महिलाओं की बिल्कुल भी इज्जत नहीं करते हैं। लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि कुछ हद तक महिलाओं के बारे में लोगों की अवधारणा जरूर बदली है। बता दें कि भारत में आज भी ऐसे पिछड़े हुए गांव हैं जहां आज भी लड़कियों के पैदा होने पर मातम मनाया जाता है। लेकिन शायद वह लोग यह नहीं जानते हैं कि आज के युग में महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं।
महिलाएं आज के युग में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन लोगों को यह बात बिल्कुल भी नहीं पता है कि बेटा एक बार को आपको ठुकरा सकता है लेकिन बेटियां ही होती हैं जो आपको अपने साथ हमेशा रखती हैं। यह बात बिल्कुल सच है कि बेटियां शादी के बाद भी बेटियां ही रहती हैं पर एक बेटा शादी के बाद पति बन जाता है। लड़की के जन्म होने पर लोग कहते हैं कि बधाई हो आपके घर में लक्ष्मी आई है। पर क्या वह लोग सच में इस बात को मानते हैं?
नवरात्री में भी लड़कियों की पूजा लोग मां दुर्गा का स्वरुप मानकर करते हैं। शादी करने के बाद लड़की जब ससुराल जाती है तब भी लोग यहीं कहते हैं कि घर में लक्ष्मी आई है। इसलिए शादी के बाद ससुराल में बहू का आगमन हर्षोउल्लास और रीति रिवाज के साथ किया जाता है। इसके अलावा लोगों का यह भी मानना होता है कि एक स्त्री प्यार, त्याग और ममता की मूरत होती है।
वह अपने से पहले हमेशा दूसरों के बारे में सोचती है। एक स्त्री को प्यार और सम्मान मिलता है। जिन घरों में स्त्री को मान-सम्मान औैर इज्जत के साथ रखा जाता है उन घरों में हमेशा खुशियां बरकरार रहती हैं। लेकिन जिन घरों में महिलाओं का सम्मान नहीं होता और उनका अपमान किया जाता है उन घरों से खुशियां कोसों दूर चली जाती हैं।