पटना/भागलपुर : महज चार दिन बाद ही फिर भूकंप के झटकों ने राजधानी पटना समेत कोसी, पूर्व बिहार, सीमांचल और उत्तर बिहार के लोगों की बेचैनी बढ़ा दी। शनिवार की शाम 5 बजकर 4 मिनट पर आए इस भूकंप का केंद्र भी नेपाल में 12 मई कोकोड्डारी के पास से आए भूकंप से थोड़ी दूरी पर स्थित रामेछाप था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.7 रही। अभी तक इस भूकंप से राज्य में चार लोगों की मौत हो गई। कुछ मकानों में दरारें भी आई हैं। यूपी, पश्चिम बंगाल व सिक्किम में भी झटके महसूस किए। वहां से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। नेपाल में फिर से भूकंप आया है। करीब पांच बजे आए इस भूकंप के झटके बिहार और यूपी में भी महसूस किए गए। 5.7 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र नेपाल में रामेझाप के पास रहा। यह जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था। जमीन के अंदर इस भूकंप का केंद्र दस किमी. नीचे था। हालांकि मौसम विभाग इसे 12 मई को आए भूकंप का आफ्टर शॉक ही बता रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक आरके गिरि के मुताबिक शाम पांच बजकर चार मिनट पर भूकंप के ये झटके आने शुरू हुए जो करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए। सहरसा और किशनगंज में 30 सेकेंड तक झटके महसूस किए गए। भूकंप से रक्सौल में लक्ष्मीपुर राइस मिल की एक दीवार गिर गई जिससे वहां काम कर रहे एक मजदूर की मौत हो गई। उधर पूर्णिया में संजीदा खातून नाम की महिला की भूकंप आने के बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई जबकि सीतामढ़ी में भागने के दौरान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। पश्चिम चंपारण में भी गंडक नदी में आई उथल-पुथल के कारण एक युवक की डूबने से मौत हो गई।