अपनी संतान की रक्षा और करियर के लिए ऐसे करें व्रत पूजा, जरुर मिलेगा लाभ
इस बार 7 सितंबर शुक्रवार को वत्स द्वादशी है. हर मां अपनी संतान यानी बच्चों की रक्षा करना चाहती है और मां हर संतान की उन्नति चाहती है. हर मां संतान की पढ़ाई और नौकरी अच्छा करना चाहती है और ऐसी माताओं का बहुत बड़ा त्यौहार है वत्स द्वादशी. इसमें माँ व्रत करती है और विधि-विधान के साथ गाय-बछड़े की पूजा करती है.
संतान की रक्षा के लिए बहुत अच्छा संयोग बना है
भादो महीने की त्रयोदशी तिथि को शुक्रवार यानी आज वत्स द्वादशी मनाई जाएगी. संतान देने वाला ग्रह शुक्र स्वराशि में और संतान का कारक ग्रह गुरु की तुला राशि में युति बना है. संतान देने वाले देव शिव जी की त्रयोदशी तिथि है. नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र भी है. संतान के लिए जो भी मनोकामना मांगोगे जरूर पूरी होगी.
कैसे शुरू करें व्रत पूजा-
– स्नान करके मां अपने बच्चों की कल्याण के लिए व्रत रखेंगी.
– सफ़ेद या हलके रंग के वस्त्र धारण करेंगी.
– एक गाय के बछड़े की मूर्ती या फोटो रखेंगी.
– वरना मिट्टी के गाय का बछड़ा बनाकर भी पूजा कर सकते हैं.
– गाय के बछड़े की पूजा करने से संतान की रक्षा होगी, संतान दीर्घायु होगी और संतान का करियर और पढ़ाई अच्छी होगी.
बच्चों की अच्छी सेहत, दीर्घायु और पढ़ाई के लिए वत्स व्रत पूजा विधि क्या है?
– माताएं व्रत का पालन कर के गाय के बछड़े की पूजा करेंगी.
– गाय को फूलमाला चढ़ाएं.
– केले या सेब का भोग लगाएं.
– लड्डू का भोग लगाएं.
– धूप और दीपक जलाएं.
– गाय को कच्चा नारियल का भोग लगाएं.
बच्चों की अच्छी नौकरी और करियर के लिए क्या करें-
– इस दिन विशेष भोजन बनाकर गाय-बछड़े को भोग लगाएंगे और प्रसाद के रूप में खुद भी खाएं.
– खास पकवान बनाए जाएंगे.
– पकवान में पकोड़े की सब्ज़ी, चावल, मूंग की दाल, चने-चावल आदि बनाएं.
– इस दिन चाकू का इस्तेमाल बिलकुल नहीं किया जाता है और ना ही चाकू से कोई फल या सब्जी काटी जाती है.
– इस दिन कृष्णजी को केले का फल और लाड्डू का भोग लगाकर पूजा जरूर करें और गाय की सेवा करें.
वत्स द्वादशी में क्या ना करें-
– इस दिन घर में दूध का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करें.
– घर का कोई भी व्यक्ति दूध नहीं पिए.
– दूध से बनी मिठाई, मक्खन, दही, छाछ का इस्तेमाल नहीं करें.
– इस दिन गाय का पूरा का पूरा दूध बछड़े के लिए छोड़ दिया जाता है.
– इस दिन खट्टा, तीखा और मांसाहारी भोजन बिलकुल ना करें.
– घर के सभी सदस्य नशे का सेवन ना करें.