दादा-दादी के साथ रहने पर बच्चे बड़े होकर बनेगे मजबूत और उन्हें कभी नहीं सताएगा तनाव
उन बूढ़ी बुजुर्ग उंगलियों में कोई ताकत तो नहीं थी, मगर मेरा सिर झुका तो कापते हाथों ने ज़माने भर की दौलत दे दी। कहते है की दादा दादी और नाना नानी का प्यार जीवन से सबसे अनमोल होता है। अब एक रिसर्च सामने आई है जो बताती है की जो बच्चे अपने दादा दादी के साथ बड़े होते है वो अपना जीवन उन बच्चो से अच्छा जी पाते है, जो बिना अपने दादा दादी के बड़े हुए है।
एक रिसर्च में खुलासा हुआ है की जो बच्चे अपना बचपन अपने दादा दादी के साथ रहकर जीते है वो बड़े होकर अपना जीवन ख़ुशी से जीते है और वो तनाव का शिकार होने से बचते है। इसके अलावा पाया गया है की जिन बुजुर्ग लोगों के पास छोटे बच्चे रहते है वो बुजुर्ग भी तनाव से दुर रहते है।
बच्चे अपने बचपन में देखकर बहुत कुछ सीखते है, यानी अगर छोटे बच्चे अपने दादा दादी के साथ है तो वो आपसी प्रेम सीखेगे जो उन्हें जीवन में काफी मदद करेगे और वो जीवन भर अपने रिश्तो को भावनात्मक रूप से निभा सकेगे।
इसके अलावा रिसर्च में बताया गया है की जो बुजुर्ग बच्चो के साथ रहते है और जो छोटे बच्चो की देखबाल करते है वो बाकि लोगों से ज्यादा जी पाते है। रिसर्च में बताया गया है की जो बुजुर्ग अपने जीवन में छोटे बच्चो को संभालते है वो लम्बे समय तक जीते है।
यानी बच्चो का अपने दादा दादी के साथ रहना बच्चो में अच्छे संस्कार के साथ साथ उनके जीवन में प्यार और खुशिया भर देता है और उन्हें जीवन में तनाव से दुर रखता है। इसके अलावा उन बुजुर्गो को जीने का एक नए उद्देश्य और उम्मीद देता है। एक बच्चे और बुजुर्ग दोनों के लिए जरुरी है की वो एक साथ रहे।