साइन्स क्विज, स्पीच एवं साइन्टिस्ट कैरेक्टर के नाम रहा मैकफेयर का दूसरा दिन
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में चल रहे ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2018’ के दूसरे दिन आज नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे छात्रों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान-विज्ञान का बेहतरीन प्रदर्शन तो किया ही, साथ ही साथ मित्रता व आपसी भाईचारा का संदेश भी सारे विश्व में प्रवाहित किया। मैकफेयर के दूसरे दिन आज देश-विदेश से पधारे छात्रों ने साइन्स क्विज, स्पीच एवं साइन्टिस्ट कैरेक्टर स्पीक, मैक ट्यूटर (पाॅवर प्वाइन्ट प्रजेन्टेशन) आदि रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा एवं वैज्ञानिक ज्ञान का भरपूर प्रदर्शन किया तथापि विज्ञान, कम्प्यूटर, गणित, अंग्रेजी और कला के अद्भुद संगम से दर्शकों का मन लुभाया। इसके अलावा, सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में आयोजित ‘साँस्कृृतिक संध्या’ में लोकगीतों की अनूठी प्रस्तुतियों से बहुमुखी प्रतिभा का परचम लहराया। विदित हो कि सी.एम.एस. महानगर कैम्पस द्वारा ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2018’ का आयोजन 8 से 11 सितम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के लगभग 500 बाल वैज्ञानिक विभिन्न रोचक व ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन कर रहे हैं। मैकफेयर इण्टरनेशनल के दूसरे दिन का शुभारम्भ प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी के सारगर्भित अभिभाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने ‘स्पिरिचुअल एजूकेशन’ पर बोलते हुए देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों को प्रेरित किया कि अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को पूर्ण रूप से विकसित करें और मानव जाति का गौरव बनकर दिखाएं। डा. गाँधी ने कहा कि मैकफेयर आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य विश्व के सभी देशों के बच्चों की प्रतिभाओं को एक मंच पर एकत्रित करना है साथ ही विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की अलख को इन बच्चों के माध्यम से आगे बढ़ाना है।
‘मैकफेयर इन्टरनेशनल’ के दूसरे दिन की प्रतियोगिताओं का सिलसिला ‘साइन्स क्विज’ के फाइनल राउण्ड से हुआ, जिसमें 10 चुनी हुई छात्र टीमों ने प्रतिभाग किया। प्रत्येक टीम में दो प्रतिभागी छात्र थे तथापि क्विज का संचालन दिल्ली से पधारे जाने-माने क्विज मास्टर श्रीनिवास ने किया। प्रतियोगिता में साइन्स एवं टेक्नोलाॅजी से सम्बन्धित सवाल पूछे गये, जिनका प्रतिभागी छात्रों ने बिजली की तेजी से उत्तर देकर अपनी प्रतिभा को साबित किया। प्रतियोगिता के अन्तर्गत बजर राउण्ड, विजुअल राउण्ड एवं रैपिड फायर राउण्ड आयोजित किये गये। इस प्रतियोगिता में हिलटाॅप स्कूल, जमशेदपुर, झारखण्ड की टीम अव्वल रही जबकि सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस एवं सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की टीमें क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही। इसके पश्चात, जूनियर वर्ग के छात्रों के लिए स्पीच (भाषण) प्रतियोगिता का सेलेक्शन राउण्ड सम्पन्न हुआ, जिसमें देश-विदेश की 70 टीमों ने जमकर प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता का विषय था ‘गलतियाँ ही खोज करने का द्वार होती हैं’। इस विषय पर बोलते हुए सी.एम.एस. आनन्द नगर कैम्पस की छात्रा निकिता ने कहा कि आइन्सटाइन ने कहा है कि यदि कोई कहता है कि हमने कभी कोई गलती ही नहीं की है तो इसका मतलब है कि उसने कभी कुछ नया नहीं किया है। एक अन्य छात्रा शैलश्री ने कहा कि एंटी बायोटिक का अविष्कार एवं अमेरिका की खोज ऐसी महान गलतियाँ थी जिनके लिए हम आज भी गौरवान्वित हैं। एक अन्य छात्र ने कहा कि एडीसन ने दस हजार बार गलतियां की तब बिजली का बल्ब ऐसा जला कि पूरा संसार प्रकाशमान हो गया। प्रियान्शू ने कहा कि असफल होते होते हम बेहतर बनते जाते हैं और सफलता का अर्थ है बेहतर असफलता। इसी प्रकार कई अन्य छात्रों ने भी अपने विचारों से उपस्थित दर्शकों को अभिभूत कर दिया। सेलेक्शन राउण्ड के उपरान्त चयनित टीमों को स्टेप पर अभिव्यक्ति की क्षमता को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। प्रतियोगिता के फाइनल राउण्ड में प्रतिभागी छात्रों को ‘साइन्स नोज नो कन्ट्री, बीकाज नाॅलेज बिलांग्स टु ह्यूमैनिटी एण्ड इज द टार्च व्हिच इलुमिनेट्स द होल वल्र्ड’, विषय दिया गया, जिस पर उन्होंने दो मिनट में प्रभावपूर्ण ढंग से अपनी बात रखी। अपरान्ह सत्र में आयोजित ‘साइन्टिस्ट कैरेक्टर स्पीक’ प्रतियोगिता आकर्षण का केन्द्र रही, जिसमें प्रतिभागी छात्रों ने प्रख्यात वैज्ञानिकों के चरित्र व उनकी खोज को मंच पर प्रदर्शित किया। प्रतियोगिता के अन्तर्गत छात्रों ने किसी प्रख्यात वैज्ञानिक की वेशभूषा में उनके चरित्र का अभिनय करते हुए उनके अविष्कार को उजागर किया। इस प्रतियोगिता में न केवल छात्रों का ज्ञानवर्धन हुआ अपितु उनकी रचनात्मकता, कला-कौशल व अभिनय क्षमता भी प्रदर्शित हुई। इस प्रतियोगिता ने दर्शकों को खूब लुभाया जिसमें प्रतिभागी छात्रों की अभिव्यक्ति क्षमता, कल्पनाशीलता एवं रचनात्मक सोच का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। इसके अलावा, पाॅवर-प्वाइंट प्रजेन्टेशन पर आधारित ‘मैक-ट्यूटर’ प्रतियोगिता का सेलेक्शन राउण्ड भी आज सम्पन्न हुआ। मैकफेयर इण्टरनेशनल-2018 के सायंकालीन सत्र में आज सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम में आयोजित ‘साँस्कृृतिक संध्या’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से पधारी प्रतिभागी टीमों ने अपने-अपने देश व राज्य से सम्बन्धित लोकगीतों व लोकनृत्यों की अनुपम छटा बिखेरकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। समारोह का उदघाटन राजस्व परिषद के चेयरमैन प्रवीर कुमार, आई.ए.एस., ने किया। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय गणित एवं कम्प्यूटर फेयर ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2018’ के अन्तर्गत प्रतियोगिताओं का सिलसिल कल 10 सितम्बर, सोमवार को भी जारी रहेगा। कल सम्पन्न होने वाली प्रतियोगिताओं में मैथमेटिक्स क्विज (जूनियर फाइनल), ओलम्पियाड (सीनियर), जिंगल्स (जूनियर), माॅडल यूनाइटेड नेशन्स (सीनियर) एवं मैक ट्यूटर (फाइनल राउंड) प्रमुख हैं।