तू-तू,मैं-मैं, कुमारस्वामी बोले- मेरे पास राज्य है, तो येदियुरप्पा ने कहा- मेरे पास केंद्र
एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा लगातार गलत पैसों का उपयोग कर मेरी सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही लगातार चलता रहा तो मैं अपने लोगों से कहना चाहता हूं कि वह भाजपा के खिलाफ विद्रोह कर दें। मैं चुप नहीं बैठने वाला हूं। क्या उन्हें लगता है कि सिर्फ उन्हें ही राजनीति करनी आती है। मुझे भी ऐसे मामलों को संभालना आता है।
भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा और प्रदेश के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है। इनमें शब्दों के हथौड़े चल रहे हैं। मजेदार बात ये है कि जब जब येदियुरप्पा कुमारस्वामी के खिलाफ कुछ कहते हैं मुख्यमंत्री उनका जवाब देते हैं।
कुमारस्वामी ने कहा कि येदियुरप्पा मेरे खिलाफ लगातार मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। येदियुरप्पा ने मुझे और मेरे पिता को राज्य के खजाने का चोर बताया है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि मैंने और मेरे पिता ने किस तरह का पैसा चुराया है। क्या उनके पास इसका कोई सबूत है। मैंने और मेरे परिवार ने कभी भी राज्य के पैसे की चोरी नहीं की है। राज्य सरकार को परसेंटेज प्रणाली देने वाले येदियुरप्पा और उसका परिवार ही है।
फिर येदियुरप्पा जवाब देते हैं जिसमें वह कहते हैं कि तुम मेरे पर चलाए जा रहे केस और घोटालों की बात कर रहे हो। क्या तुम्हारे उपर ऐसे आरोप नहीं लगे हैं। तुम अपने केस को छुपाने की कोशिश कर रहे हो। फिर उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग और इरीगेशन विभाग के घोटालों की बात की जिसमें 8 से 10 फीसदी घूस की मांग की जाती है।
फिर कुमारस्वामी ने जवाब दिया कि वह परसेंटेज सिस्टम की बात कर रहे हैं। सरकार में काम कराने के लिए 8 से 10 फीसदी तक घूस देना पड़ता है। पुन्यथामा और उनके बेटे पिथरु येदियुरप्पा के समय में ही यह सिस्टम लेकर आए थे। सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था।
कुमारस्वामी ने येदियुरप्पा को अपनी जुबान पर लगाम लगाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि वह शीशे के घर में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा बूढ़े हो चुके हैं और उन्हें अपनी उम्र के हिसाब से थोड़ा संजीदा होना चाहिए। फिर येदियुरप्पा जवाब देते हुए कहते हैं कि शिवराम कारंथ के मामले में उन्हें थोड़ा शोध करना चाहिए कि वह किसकी सरकार में था।