अभी-अभी: सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल आर्मी जवान एक ऑपरेशन के दौरान हुआ शहीद
भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल रहे एक जवान शहीद हो गए हैं. तंगधार सेक्टर में सेना के एक ऑपरेशन में काम करने के दौरान लांस नायक संदीप सिंह शहीद हुए. एएनआई के मुताबिक, संदीप सिंह जम्मू-कश्मीर के तंगधार में एंटी घुसपैठ ऑपरेशन में शामिल थे. इसी दौरान सोमवार को वे शहीद हो गए.
2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक में वे बहादुरी के साथ शामिल हुए थे और दुश्मनों का आगे बढ़कर खत्म किया था. संदीप सिंह एलओसी पर सेना के ऑपरेशन में दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और 5 साल का बेटा है. भारतीयों के लिए संदीप सिंह एक सच्चे हीरो थे. वे 4 पारा (स्पेशल फोर्स) यूनिट के सदस्य थे.
शहीद होने से पहले संदीप सिंह ने दो घुसपैठियों को मार गिराया था. सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने संदीप सिंह के शहीद होने पर शोक जताया है. उरी हमले के करीब दस दिन बाद 28-29 सितंबर 2016 की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर दिया.
18-19 सितंबर, 2016 को उरी बेस कैंप पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी. 18-19 सितंबर को जैश-ए-मोहम्मद फिदाइन दस्ते ने भारतीय सेना की 12 ब्रिगेड के एडमिनिस्ट्रेटिव स्टेशन पर हमला किया था.
उरी हमले के दौरान मारे गए आतंकियों से जब्त जीपीएस सेट्स से हमलावरों के पाकिस्तान से जुड़ाव का पता चला था. पकड़े गए दो स्थानीय गाइड्स ने खुलासा किया था कि पाकिस्तानी सेना ने हमलावरों को घुसपैठ में मदद की. उरी आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर थी. इसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया.
हमले से पहले आतंकियों के लॉन्चिंग पैड्स पर खुफिया एजेंसियां एक हफ्ते से नजर रखे हुए थीं. रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस पूरी मुस्तैदी से आतंकवादियों की एक-एक हरकत की पड़ताल कर रही थी.
सेना ने हमला करने के लिए कुल छह कैंपों का लक्ष्य रखा था. हमले के दौरान इनमें से तीन कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया. तत्कालीन डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने तब प्रेस कान्फ्रेंस करके बताया था कि भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया. सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन को काफी नुकसान पहुंचा था.