भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को दुबई में होने वाले एशिया कप फाइनल में कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने से कमजोर पड़ी बांग्लादेश की टीम को कड़ा सबक सिखाकर महाद्वीपीय स्तर पर अपनी बादशाहत कायम रखने की कोशिश करेगी। बांग्लादेश को वैसे किसी भी स्तर पर कम करके नहीं आंका जा सकता है क्योंकि बुधवार को उसने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद पाकिस्तानी टीम को हराकर भारत और पाकिस्तान के बीच खिताबी मुकाबले की संभावना समाप्त कर दी थी।
कागजों पर भारत अब भी रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब जीतने का प्रबल दावेदार है जबकि बांग्लादेश को उम्मीद होगी कि खिताबी मुकाबले में तीसरी बार भाग्य उसका साथ देगा। भारत और बांग्लादेश की प्रतिद्वंद्विता भी नई नहीं है और इस मुकाबले से उसमें नया अध्याय जुड़ जाएगा। आपका टूर्नामेंट में चाहे कितना भी बढ़िया प्रदर्शन रहा हो लेकिन फाइनल बिल्कुल अलग मुकाबला होता है। भारत के लिए हालांकि यह दूसरी तरह की परीक्षा है।
लंबी पारी नहीं खेल पा रहे रायुडू
अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और कप्तान विराट कोहली के बिना एशिया कप जीतना अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले बड़ी उपलब्धि होगी। यही नहीं इससे टीम का इंग्लैंड के हाथों टेस्ट शृंखला में 1-4 से मिली हार का दर्द भी कम होगा। अफगानिस्तान के खिलाफ टाई छूटे सुपर फोर मुकाबले में पांच नियमित खिलाड़ियों को विश्राम देने के बाद भारतीय टीम फाइनल में मजबूत टीम के साथ उतरेगी।
कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन की सफल सलामी जोड़ी शीर्ष क्रम में वापसी करेगी तो जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल गेंदबाजी को मजबूती प्रदान करेंगे। अच्छी शुरुआत पर काफी कुछ निर्भर करता है तथा रोहित (269 रन) और धवन (327 रन) ने टूर्नामेंट में अब तक अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है। मध्यक्रम भारत के लिए थोड़ा चिंता का विषय है।
लंबी पारी नहीं खेल पा रहे रायुडू
अंबाती रायडू ने सभी मैचों में अच्छी शुरुआत की लेकिन वह लंबी पारी नहीं खेल पाए जबकि केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी को बीच के ओवरों में जूझना पड़ा। धोनी का बल्लेबाजी में संघर्ष सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि बाद में बल्लेबाजी करने पर धीमे विकेट पर 240 से अधिक का स्कोर चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
भारतीय मध्यक्रम की परीक्षा केवल अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में हुई जिसमें वे नहीं चल पाए जबकि लोकेश राहुल और रायडु ने पहले विकेट केलिए शतकीय साझेदारी की थी। धोनी से फिर से बल्लेबाजी में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है। उनके फिर से चौथे नंबर पर उतरने की संभावना है।
शाकिब की कमी खल सकती है बांग्लादेश को
फाइनल से पहले हालांकि बांग्लादेश के लिए अपने प्रमुख खिलाड़ियों का चोटिल होना चिंता का विषय है। सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल हाथ में फ्रेक्चर के कारण पहले ही बाहर हो गए थे और अब ऑलराउंडर शाकिब अल हसन भी उंगली की चोट की वजह से फाइनल में नहीं खेल पाएंगे। उन्हें आपरेशन करवाना पड़ सकता है जिससे वह जिंबाब्वे के खिलाफ 30 सितंबर से होने वाली घरेलू शृंखला में भी नहीं खेल पाएंगे। बांग्लादेश का गेंदबाजी आक्रमण वनडे प्रारूप में काफी मजबूत है। उसके तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान, रूबेल हुसैन और मशरफे मुर्तजा किसी भी तरह की बल्लेबाजी की कड़ी परीक्षा लेने में सक्षम हैं।
बल्लेबाजी में टीम भरोसेमंद मुशफिकुर रहीम पर काफी निर्भर है जिन्होंने महमुदुल्लाह के साथ मिलकर टीम को कई बार संकट से बाहर निकाला है। बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिए अच्छी फॉर्म में चल रहे बुमराह, कुलदीप यादव और चहल जैसे गेंदबाजों की चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा। रविंद्र जडेजा और भुवनेश्वर भी बांग्लादेशी बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा लेने के लिए तैयार हैं।
मशरफे मुर्तजा, बांग्लादेशी कप्तान ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि भारत काफी मजबूत है। हमें अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में थोड़ा सुधार करने की जरूरत है। हमें शाकिब और तमीम (इकबाल) की कमी खलेगी लेकिन बाकी खिलाड़ियों ने अपना जज्बा दिखाया। अब जबकि एक मैच बचा है तब उम्मीद है कि खिलाड़ी दमदार खेल का प्रदर्शन करेंगे।’
दोनों टीमों का ओवरऑल प्रदर्शन
मैच |
भारत |
बांग्लादेश |
बेनतीजा |
34 |
28 |
05 |
01 |
एशिया कप में प्रदर्शन
मैच |
भारत |
बांग्लादेश |
11 |
10 |
01 |
07 : वीं बार खिताब जीतने का लक्ष्य लेकर उतरेगी भारतीय टीम
03 : तीसरी बार फाइनल में पहुंची है बांग्लादेश की टीम
11: मैचों से एशिया कप में हारी नहीं है भारतीय टीम
भारत ने फाइनल में कब-कब हराया बांग्लादेश को
एशिया कप फाइनल 2016 (टी-20)
ढाका में भारत की आठ विकेट से जीत
निदहास ट्रॉफी फाइनल 2018
कोलंबो में भारत की चार विकेट से जीत