अब पाकिस्तान सरकार ने भैंस बेचकर कमाए 23 लाख रुपये
बड़े कर्ज और देनदारियों से जूझ रही सरकार का आर्थिक संकट दूर करने के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री बने इमरान ने बड़ी कटौती का अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत सरकार ने पिछले सप्ताह 61 लक्जरी कारों को बेचकर 2 करोड़ रुपये जुटाए थे। अभियान के तहत कुल 102 अतिरिक्त कारों को नीलाम करने की योजना है, जिनमें सरकारी कैबिनेट की तरफ से उपयोग किए जाने वाले बुलेटप्रूफ वाहन और चार हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं।
शरीफ समर्थक ने खरीदी सबसे महंगी भैंस
भैंसों की नीलामी से सरकार को कुल 23.02 लाख रुपये की कमाई हुई और इनमें से अधिकतर को तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके शरीफ के समर्थकों ने ही खरीदा। डान समाचार पत्र के अनुसार, सबसे महंगी भैंस को शरीफ के कट्टर समर्थक कहे जाने वाले कलब अली ने 3.85 लाख रुपये में खरीदा, जबकि इसकी बाजार में असल कीमत महज 1.20 लाख रुपये थी। झांगी सैय्यदां निवासी अली ने कहा कि उन्होंने इस भैंस की नहीं बल्कि उसकी भावनात्मक अहमियत के तीन गुना ज्यादा दाम चुकाए हैं। मैं इसे नवाज शरीफ और हमारी बहन मरियम नवाज के प्रतीक चिह्न के तौर पर रखूंगा।
20 फीसदी गिर चुकी पाकिस्तानी रुपये की कीमत
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इस समय बेहद खराब है। उसकी करेंसी की कीमत पिछले 7 महीने में 20 फीसदी से ज्यादा गिर चुकी है। पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने 18 अरब डॉलर का चालू खाता घाटा दर्ज किया था, जो उसकी जीडीपी का करीब 5.7 फीसदी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बजट घाटा 2 खरब रुपये से भी ज्यादा का हो चुका है। आर्थिक भंवर से उबरने के लिए पाकिस्तान वर्ष 1980 से अब तक 13वीं बार अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष का दरवाजा खटखटाया है।