श्रीनगर. लाइन ऑफ कंट्रोल से सटे जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 3 आतंकियों को रविवार तड़के सेना के जवानों ने मार गिराया। आतंकी सीमा पर लगी बाड़ काटकर दाखिल होना चाह रहे थे। मारे गए आतंकियों के कब्जे से 3 एके-47 रायफल, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 12 मैगजीन और भारी मात्रा में गोला बारूद मिला है। सेना के सूत्रों ने बताया कि आतंकी लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। राज्य के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने भी अमरनाथ और वैष्णो देवी यात्रा पर आतंकी खतरे की आशंका जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि आतंकी सीमा पार से घुसपैठ करके बड़ी साजिश को अंजाम दे सकते हैं। कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले के माचिल सेक्टर में हाल ही में सेना ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम की थी। 6 से 7 आतंकी एलओसी पार कर भारत में घुसने की फिराक में थे। उनके पास एके-47 जैसे भारी हथियार थे। लेकिन सेना ने उन्हें देख लिया। दोनों तरफ हुई भारी फायरिंग के बाद तीन आतंकियों को मार गिराया गया। पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को मदद पहुंचाना बंद नहीं की है। इसी वजह से समय-समय पर ये आतंकी घुसपैठ कर भारतीय सीमा में आ जाते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने हाल ही में आतंकवाद 2014 पर रिपोर्ट जारी की थी। इसमें कहा गया कि पाकिस्तान अपने मुल्क के अंदर हमला करने वाले तहरीक-ए-तालिबान जैसे आतंकियों के खिलाफ तो कार्रवाई करता है लेकिन उसकी सेना भारत में आतंक फैलाने के लिए काम कर रहे लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकियों पर कोई हमला नहीं करती। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मई में कहा था कि पाकिस्तान से सटी एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ की घटनाओं में कमी आई है। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान जब कभी फायरिंग की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता है तो हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देती है।