कुरैशी अमेरिका को पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों को भारतीय चश्मे से नहीं देखना चाहिए?
नई दिल्ली : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का यह कहना है कि अमेरिका को पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सिर्फ भारत के साथ रिश्ते या अफगान मुद्दे के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने शनिवार को कहा कि यह उम्मीद करना गलत होगा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच मतभेदों को एक दिन में सुलझाया जा सकता है। कुरैशी ने कहा, कि क्षेत्रीय परिस्थितियां बदलती हैं और जरूरतें भी बदलती हैं,लेकिन क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में पाकिस्तान के योगदान को स्वीकार किया जाना चाहिए।अमेरिका की 10 दिवसीय यात्रा से वापस लौटने के बाद मुलतान में उन्होंने कहा कि यह सही नहीं होगा कि हमारे संबंधों को सात दशक पीछे जाकर अफगान के परिप्रेक्ष्य में या भारतीय चश्मे से देखा जाए। विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी प्रशासन को यह समझाने का प्रयास किया। इससे पहले पाकिस्तान ने भारत से बातचीत करने के लिए अमेरिका से मदद मांगी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को बताया कि उनका देश ने भारत के साथ बातचीत शुरू कराने में भूमिका अदा करने के लिए अमेरिका से अनुरोध किया। उन्होंने कहा, हमारे बीच द्विपक्षीय बातचीत अभी बंद है। इसलिए हमने अमेरिका से बातचीत में भूमिका निभाने के लिए कहा। हालांकि अमेरिका ने पाकिस्तान का यह अनुरोध ठुकरा दिया है |