वहीं इस पूरे मामले पर कंबोडिया की डिसप्लनरी काउंसिल का अलग ही तर्क है। काउंसिल की प्रमुख कामराउन वंथा ने कहा कि नॉन पर बैन की सजा के पीछे दूसरी वजह है, उन्होंने बताया कि एक्ट्रेस ने मंत्रालय के साथ कई सारे लिखित वादे किए थे। जिनको पूरा करने में वह असफल रहीं। इसलिए उनके ऊपर पाबंदी लगाई गई है।