मेरठ में हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़, सैकड़ों पिस्टल व तमंचे बरामद
मेरठ : दिल्ली की स्पेशल टीम ने छापामारी कर लक्खीपुरा में पिस्टल व तमंचे बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। सैकड़ों पिस्टल समेत बड़ी संख्या में तमंचे बरामद किए गए हैं। इन हथियारों को बनाने के लिए मुंगेर बिहार से कारीगर बुलाए गए थे। पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा के बाद इतने बड़े पैमाने पर हथियार बनते पकड़े जाने से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।
कई दिन पहले दिल्ली पुलिस ने सद्दाम नाम के एक युवक को पिस्टल के साथ दबोचा था। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिस्टल मेरठ से खरीदी गई है। सूचना के आधार पर स्पेशल टीम के डीएसपी कुलदीप कुमार ने दल-बल के साथ लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के लक्खीपुरा की गली नंबर दो में फुरकान के मकान पर छापा मार दिया। मकान के नीचे की ओर तहखाना बनाया गया था, जिसमें एक खिड़की के जरिए अंदर पहुंचा जाता था। उस तहखाने में पिस्टल व तमंचे बनाने का काम हो रहा था। पुलिस को देखकर वहां हड़कंप मच गया और भगदड़ मच गई। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके से औवेश हसन, मिंटू व सिद्धू निवासीगण मुंगेर (बिहार) को दबोच लिया। वहां से सैकड़ों पिस्टल, दर्जनों तमंचे, उन्हें बनाने का सामान बरामद किया गया है। सात बोरों में पुलिस ने सामान भर लिया। कई घंटे तक दरवाजा बंद करके जांच की गई। जब पुलिस बाहर आई तो लोगों ने घेर लिया और हाथापाई तक का प्रयास किया। इस दौरान अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई। कई थानों की पुलिस ने मोर्चा संभाला। सवाल यह है कि इतना बड़ा धंधा चलता रहा और स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि दिल्ली की स्पेशल टीम ने एक आरोपित की मदद से यह सफलता पाई है। अभी अन्य आरोपितों की भी तलाश है। दिल्ली की स्पेशल टीम जब फैक्ट्री के पास पहुंची तो इसी बीच मेरठ क्राइम ब्रांच भी पहुंच गई। वहां स्पेशल टीम को आरोपित समझकर क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया, जिसके बाद उन्होंने बताया कि वह भी फैक्ट्री पर छापा मारने आए हैं तो मामला सुलझ गया, वरना आपस में ही टकराव हो जाता। बताया तो यहां तक जा रहा है कि स्पेशल टीम के आइकार्ड तक छीन लिए गए थे। लक्खीपुरा में मुंगेर से कारीगर बुलाकर मुंगेरी पिस्टल और तमंचे तैयार कराए जा रहे थे। पुलिस ने मुंगेर के तीन लोगों को फैक्ट्री से पकड़ा तो इस का राजफाश हुआ। पुलिस के अनुसार यहां से कई राज्यों में हथियार सप्लाई होते थे। पुलिस के अनुसार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि लिसाड़ी गेट क्षेत्र के कई घरों के बेसमेंट में मौत का सामान बनाने का धंधा चल रहा है। घरों में तहखाने बने हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसकी सटीक जानकारी थी।