संत रामपाल केस में फैसला आज, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम, सुनवाई के लिए पहुंचे जज
जींद हिसार। बाबा रामपाल से जुड़े केस की सुनवाई के लिए जज हिसार जेल पहुंचे गए हैं। सुरक्षा को देखते हुए जेल को ही कोर्ट में तब्दील कर दिया गया है। बाबा रामपाल के वकील भी इस वक्त कोर्ट में मौजूद हैं। सतलोक आश्रम प्रकरण में विवादित संत रामपाल पर आज फैसला आना है। इस फैसले के मद्देनजर पूरे हिसार में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। बुधवार को ही जिले में धारा-144 लगा दी गई। साथ ही यहां की सभी सीमाएं सील कर दई गई हैं। कोर्ट से तीन किलोमीटर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है। इस सुरक्षा घेरे में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूर्ण रूप से पाबंदी होगी। आज शहर में कई जगहों पर रूट डाइवर्ट रहेगा। दिल्ली रोड और राजगढ़ रोड और साउथ बाईपास पर रूट डाइवर्ट किया जाएगा। सुनवाई से 48 घंटे पहले ही जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई है। प्रशासन को अंदेशा है कि सुनवाई के दौरान 10 से 20 हजार एकत्रित हो सकते हैं। ऐसे में ये समर्थक किसी तरह की कानून-व्यवस्था ना बिगाड़ पाए इसके लिए पहले से ही तैयारियां कर ली गई है। जिले से 1300 पुलिस कर्मी और बाहरी जिलों से 700 जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा अन्य जिलों के एसपी और डीएसपी की ड्यूटी भी हिसार लगाई गई है। इसके अलावा आरएएफ की पांच कंपनियों को हिसार बुला लिया है। बरवाला के सतलोक आश्रम प्रकरण में हत्या के मुकदमा नंबर 429 और 430 में 11 अक्तूबर को फैसला आने वाला है। प्रशासन ने फैसले को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। बरवाला के सतलोक आश्रम प्रकरण में हत्या के दो मुकदमों की सुनवाई अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय पराशर सेंट्रल जेल वन में कर रहे थे। उनका पिछले दिनों यहां से तबादला हो गया। उसके बाद रामपाल के प्रमुख तीन मुकदमें अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीआर चालिया की अदालत में स्थानांतरित हो गए। अब वे सेंट्रल जेल वन में इन मुकदमों की सुनवाई कर रहे हैं। दोनों मुकदमों में बहस पूरी हो चुकी है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियां मांगी हैं। प्रदेश सरकार ने हिसार में पांच कंपनियों की तैनाती करने की बात मान ली है। पुलिस प्रशासन ने शहर के नाकों पर पुलिस बल बढ़ा दिया है। नाकों पर पुलिस कर्मियों की संख्या परिस्थिति अनुसार 12 से 24 तक कर दी है। तैनात किए गए जवान 15 अक्टूबर तक तैनात रहेंगे। वहीँ अशोक कुमार मीणा, डीसी, हिसार ने कहा है की धारा-144 लगा दी है। आमजन को किसी भी प्रकार से दिक्कत न हो इसका विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा। कई जगहों से रूट डाइवर्ट हो सकते हैं इसकी सूचना लोगों को दे दी जाएगी। परिस्थिति को देखते हुए ही इंटरनेट बंद करने संबंधी आदेश जारी किए जाएंगे।
डीसी ने सुरक्षा के लिए ये दिए हैं आदेश
– व्यवस्था भंग करने की इजाजत किसी भी कीमत पर नहीं दी जाएगी।
– यदि कोई व्यक्ति कानून व्यवस्था को भंग करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– ड्यूटी मजिस्ट्रेट कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए परिस्थितियों अनुसार विवेक से निर्णय लें।
– कानून तोडऩे वालों को किसी भी तरह की छूट नहीं मिलनी चाहिए।
– सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ एक-एक वीडियोग्राफर रहेगा जो हर प्रकार की गतिविधियों की वीडियोग्राफी करेगा।
– आपसी तालमेल बनाए रखने व सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेट को वायरलैश सैट उपलब्ध करवाए जाएंगे, इसके साथ-साथ अन्य सुरक्षा उपकरण भी दिए जाएंगे।
– जिले के संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात होने के साथ-साथ जिला पुलिस, वॉटर कैनन, फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां, एंबुलेंस, जेसीबी मशीन व क्रेन आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था रहेगी।
– न्यायालय व कचहरी परिसर पूरी तरह से सील रहेगा। यहां पर किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा।