लश्कर-ए-तैयबा के पैसों से बना है हरियाणा के पलवल में मस्जिद, जांच के बाद हुआ खुलासा
लाहौर की फलाह-ए-इंसानियत (एफआईएफ) फाउंडेशन की स्थापना हाफिज सईद के जमात-उद-दावा (लश्कर का मूल संगठन) के द्वारा की गई थी।
नई दिल्ली : एनआईए के अनुसार हरियाणा के पलवल जिले में बने एक मस्जिद का निर्माण आतंकी आफिज सईद के संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पैसों से हुआ है। इस मामले में एनआईए स्थानीय लोगों और मस्जिद के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। मस्जिद का नाम ‘खुलाफा-ए-रशीदीन’ है जो पलवल जिले के उत्तावर जिले में स्थित है। गौरतलब है कि दिल्ली में आतंकी फंडिंग केस के आरोप में इस मस्जिद के इमाम मोहम्मद सलमान सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इमाम की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने मस्जिद की तलाशी ली। वहीं, यह मस्जिद जहां बना है, वह स्थान विवादित है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें मस्जिद के इमाम की आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंध होने की जानकारी नहीं थी। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने मस्जिद बनाने के लिए मिले राशि के विवरण व अन्य दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया है और उसके बहीखाते की जांच कर रही है।एनआईए की जांच में यह सामने आया कि कथित तौर पर सलमान ने पलवल में मस्जिद बनाने के लिए फलाह-ए-इंसानियत (एफआईएफ) से पैसे लिए। इस मामले में एक एनआईए ऑफिसर ने बताया, सलमान जब दुबई में रहता था तब वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े व्यक्ति के संपर्क में आया। इस दौरान उसने एफआईएफ से पैसे लिए। वहीं, मस्जिद बनाने के लिए 70 लाख रुपए एनजीओ ने दिए। जांच में यह भी सामने आया कि सलमान की बेटी की शादी के लिए भी पैसे मिले। ऑफिसर ने बताया कि अब हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि मस्जिद बनाने के लिए पैसा कहां-कहां से मिला और इसका उपयोग कैसे हुआ? गौरतलब है कि आतंकी फंडिंग के आरोप में एनआईए ने सलमान, मोहम्मद सलीम और साजिद अब्दुल वाणी को बीते 26 सितंबर को गिरफ्तार किया था। तीनों पर आरोप था कि इन्होंने लाहौर स्थित फलाह-ए-इंसानियत (एफआईएफ) फाउंडेशन से आतंकी गतिविधियों के लिए पैसे लिए हैं।