यहाँ देखिये अमृतसर हादसे की दर्दनाक तस्वीरें, हर तरफ बिखरा है मौत का मातम
पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे में 60 लोगों की मौत हो चुकी है और अब भी करीब 40 से ज्यादा लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. हादसे की तस्वीरें इतनी भयावह हैं कि हम आपको दिखा नहीं सकते. घटना के बाद बचाव अभियान और अस्पताल की तस्वीरें ही हादसे का दर्द बयां करने के लिए काफी हैं.
यह हादसा चौड़ा बाजार के पास हुआ. रेलवे ट्रैक से थोड़ी ही दूरी पर लोग रावण दहन देख रहे थे. कई लोग ट्रैक पर मौजूद थे और कुछ दूसरी ओर से रावण दहन देख रहे थे. अचानक ट्रैक पर आती ट्रेन ने वहां खड़े लोगों को रौंद डाला. लोगों के शव इधर-उधर जा गिरे, किसी का हाथ कट गया तो किसी का पैर. कुछ बदनसीब ऐसे भी थे जिनका सिर तक धड़ से अलग हो चुका था.
घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के लोग वहां जुटने लगे. हर तरफ मातम फैला था, लोगों ने अपनों को खोया तो किसी का परिवार ही उजड़ गया. हर कोई प्रशासन और रेलवे की लापरवाही को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा था.
शवों की हालत ऐसी थी कि पुलिस को चादर में लपेटकर वहां से मॉर्चरी ले जाना पड़ा. कई शव तो क्षत-विक्षत हालत में पटरी के आस-पास मिले तो कई की तलाश अब भी जारी है.
चश्मदीदों ने बताया कि लोगों के जिस्म बुरी तरह से बिखर गए हैं. किसी के हाथ नहीं मिल रहे तो किसी का पैर नहीं मिल रहा है. शरीर में धड़ है तो सिर नहीं. लोगों के जिस्म मिल गए हैं. लाशें इतनी बुरी हालत में हैं कि उन्हें देखने की भी हिम्मत नहीं है.
घायलों को सिविल अस्पताल अमृतसर पहुंचाया गया. मौके पर प्रशासन और एबुलेंस पहुंची तो राहत-बचाव का काम शुरू हो पाया. बताया जा रहा है कि अस्पताल में भर्ती 25 से ज्यादा लोग अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.
इसी भीड़ में अपने एक बच्चे के चिथड़े हो चुके जिस्म को देखकर बिखर चुकी मां ने कराहकर कहा कि राहत तो आ गई है, लेकिन मेरा लाल तो अब कभी नहीं आएगा. यह सच्चाई केवल इस मां की ही नहीं है, ऐसी कितनी ही मां अपने बच्चों को इस हादसे में खो चुकी हैं.
अस्पतालों का मंज़र भी कम डरावना नहीं है. लोग अपने परिजनों को खोजने के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. कुछ को यह उम्मीद है कि शायद घायलों में उन्हें अपने परिजन मिल जाएं. कुछ की किस्मत में लेकिन अब ठंडी लाशें ही हैं.
अस्पताल में घायलों का हाल जानने नवजोत कौर सिद्धू भी पहुंची. जिस जगह रावण दहन हो रहा था उस कार्यक्रम की गेस्ट कौर ही थीं. उनपर आरोप भी लगे कि वो हादसे के बाद मौके से भाग गईं. हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत ने कहा कि वो अस्पताल में लोगों के साथ मौजूद हैं और उनके वहां से जाने के बाद हादसा हुआ था.