रिलायंस जियो 3500 करोड़ रुपए ऋण जुटाएगी
नई दिल्लीः 4जी सेवाओं का वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने से पहले रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने 3,500 करोड़ रुपए ऋण जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी ने नियामकीय शर्तों के अनुसार शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा, ”कंपनी निजी नियोजन के आधार पर 3,500 करोड़ रुपए तक के सुरक्षित रीडीमेबल गैर परिवर्तनीय डिबेंचर्स जारी करने का प्रस्ताव करती है।” मई महीने में कंपनी कोरिया ट्रेड इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन से करीब 4,500 करोड़ रुपए जुटाई थी ताकि वह सैमसंग इलैक्ट्रॉनिक्स और एस टैक्नॉलजीज से टैलीकॉम उपकरण खरीद सके। पूरे भारत में 4जी सर्विस की परमिट वाली कंपनी रिलायंस जियो अभी अपने नैटवर्कों की जांच कर रही है और दिसंबर में लांचिंग से पहले वह जल्द ही बीटा प्रोग्राम शुरू करेगी।
आरजेआईएल महज 4,000 रुपए में 4जी मोबाइल हैंडसेट लाने जा रही है। कंपनी अभी देश सभी 29 राज्यों में मौजूद है। इसकी पहुंच करीब 18,000 बड़े-छोटे शहरों और एक लाख गांवों तक है। कंपनी ने 2,50,000 रूट किलोमीटर के फाइबर ऑप्टिक्स के साथ ऑप्टिकल फाइबर का जाल बिछा दिया है। इतना ही नहीं, रिलायंस जियो की योजना है कि आने वाले 3 सालों में इस नैटवर्क को दोगुने से ज्यादा कर दिया जाए। साथ ही कंपनी अप्रैल 2016 तक 10 लाख से ज्यादा घरों को नैटवर्क से जोड़ने की तैयारी में है।