कंप्यूटर बाबा को भारी पड़ी बगावत, महामंडलेश्वर पद से हटाए गए
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कंप्यूटर बाबा को अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े ने महामंडलेश्वर पद से निष्कासित कर दिया गया है. उन्हें प्रयाग कुंभ 2019 में अखाड़े की तरफ से ज़मीन नहीं दी जाएगी.
यही नहीं, आगामी कुंभ प्रयाग 2019 में भी कंप्यूटर बाबा के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. अखाड़े का आरोप है कि, ”कंप्यूटर बाबा व्यक्तिगत हित साधने के लिए अखाड़े और साधु समाज का दुरुपयोग कर रहे हैं.” मालूम हो कि कंप्यूटर बाबा ने मध्य प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दिया था और लगातार सरकार के खिलाफ संत समागम कर रहे हैं.
स्वामी नामदेव त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा को करीब छह महीने पहले ही प्रदेश सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था. ऐसा कहा जाता है कि कंप्यूटर बाबा शिवराज सरकार द्वारा नर्मदा बचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर निकाली गई यात्रा और नर्मदा किनारे कराए गए पौधरोपण की पोल खोलने के लिए अभियान चलाने की तैयारी कर चुके थे.
उन्होंने शिवराज सरकार को नर्मदा यात्रा और पौधरोपण का फर्जीवाड़ा उजागर करने की चेतावनी भी दी थी. इसी के तहत ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ 1 अप्रैल से 45 दिवसीय यात्रा पर निलकने वाले थे.
लेकिन शिवराज सरकार ने आनन-फानन में एक समित गठित कर दी. शिवराज सरकार ने नर्मदा किनारे वृक्षारोपण, जल संरक्षण तथा स्वच्छता के लिए जन जागरूकता का अभियान चलाने के लिए विशेष समिति गठित की. जिसमें कंप्यूटर बाबा को सदस्य बनाया गया और राज्यमंत्री का दर्जा देकर खुश करने की कोशिश की थी.