हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल बनेंगी भारतीय साई की कोच
नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की सहायक कोच बनेंगी। इसके लिए साई में भर्ती के नियमों में छूट भी दी गई है।रानी ने करीब चार साल पहले 14 साल की उम्र में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। इसके बाद 2010 में 15 की उम्र में वह महिला विश्व कप में सबसे युवा खिलाड़ी बनीं।उन्होंने 2009 में एशिया कप के दौरान भारत को रजत पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स और 2010 के एशियन गेम्स के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा थीं।साई का कहना है कि रानी कैंप और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दौरों के बीच समय निकालकर युवा हॉकी खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर सकती हैं। निश्चित ही उनके जुड़ने से युवा खिलाड़ियों को बहुत फायदा मिलेगा।रानी के प्रदर्शन के बलबूते ही वर्ष 2013 में जूनियर महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता था जो विश्व कप हॉकी प्रतिस्पर्धा में 38 साल बाद भारत का पहला पदक था। वह आमतौर पर सेंटर फॉरवर्ड पर खेलती हैं।हरियाणा के शाहबाद मारकंडा की निवासी रानी की कहानी अपनी हिम्मत के बल पर तमाम कष्टों और दुश्वारियों से संघर्ष करके विजयी होने की कहानी है। रानी के पिता आजीविका के लिए तांगा चलाते थे