नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की 43 छात्राओं ने टीचर पर अश्लीलता का आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि टीचर उन्हें गंदी नजर से देखता है और अश्लील सवाल पूछता है। छात्राओं ने इस बारे में प्रिंसिपल को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी है। प्रिंसिपल को लिखे लेटर में 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली छात्राओं के हस्ताक्षर हैं। उन्होंने लिखा है कि यह मामला प्रिंसिपल के संज्ञान में लाया जाना जरूरी है ताकि भविष्य में बाकी छात्राओं का भविष्य सुरक्षित किया जा सके। हिंदी में लिखे लेटर में लिखा है, ‘टीचर हम छात्राओं को गंदी नजर से देखता है और कई बार ऐसे अश्लील सवाल पूछता है, जिसका जवाब हममें से किसी के पास नहीं होता। जब हम सवालों का सामना करते हैं तो कहता है वह हमारी बुद्धि चेक कर रहा था। टीचर को इस तरह के सवाल पूछकर हमारा ज्ञान और बुद्धि चेक नहीं करना चाहिए, हमें ऐसा टीचर नहीं चाहिए जो ऐसे अश्लील सवालों के जरिए हमारे ज्ञान और समझ की परीक्षा ले। इस मुद्दे को सामने रखना बेहद जरूरी था ताकि हमारे जूनियर साथियों को भविष्य में कोई परेशानी न हो और वे इन सवालों से न गुजरें। स्कूल ने छात्राओं की ओर से लिखा लेटर मिलने की पुष्टि की है, लेटर 31 अक्टूबर को मिला। प्रिंसिपल ने कहा, इस मामले में जांच पूरी कर रिपोर्ट एजुकेशन ऑफिस को भेज दी है। हालांकि, प्रिंसिपल ने आरोपी टीचर को दोषी मानने से इनकार किया और कहा कि यह यौन शोषण का मामला नहीं है।
पीड़ित छात्राओं ने कहा है कि अगर मामले को दबाया जाता है और कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे क्लास अटेंड नहीं करेंगी। छात्राओं ने कहा, हम अपने स्कूल की बदनामी नहीं चाहते, यही वजह है कि हमने ये बातें अपने पैरंट्स से भी शेयर नहीं कीं, लेकिन अगर स्कूल हनारी बात नहीं सुनता और कोई ऐक्शन नहीं लेता तो माता-पिता को बताने के लिे बाध्य हो जाएंगे। यह मामला तब सामने आया है जब शिक्षा विभाग वर्कशॉप्स और सेमिनारों के जरिए यौन शोषण और छात्र सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने का काम कर रहा है।