उत्तर प्रदेश

प्रेमी के हाथ में पत्नी का हाथ सौंपकर करवाया सिंदूर दान

sinलखनऊ। फैजाबाद का चौरेबाजार कल एक अनोखे विवाह का साक्षी बना। यहां पत्नी की बेवफाई से क्षुब्ध होकर एक व्यक्ति ने पत्नी का हाथ उसने प्रेमी के हाथ में सौंप दिया। इतना ही नहीं पति ने ही पत्नी का सिंदूर दान पर पत्नी को प्रेमी के साथ रवाना कर दिया।इसे पति का त्याग भी कह सकते हैं और सात जन्मों के बंधन की बलि भी। जिसके साथ सात फेरे लेकर जन्म-जन्मांतर तक एक साथ रहने की कसम खाई उसी पत्नी की बेवफाई से तंग आकर उसे प्रेमी के हवाले करना पड़ा। हिंदू रीति रिवाज से बाकायदा शादी हुई और पति ने कठोर मन से अपनी पत्नी का हाथ उसके प्रेमी को सौंप दिया। इस विवाह को देखने वाला हर कोई दंग था।फैजाबाद के चौरेबाजार निवासी फूलचंद विवाह 2012 में बीकापुर के पालीपूरब कोतवाली क्षेत्र की चंदा से हुआ था। शादी के बाद युवक पंजाब नौकरी करने चला गया। इसी दौरान सुल्तानपुर जिले के कूरेभार के इगवामलना के सूरज का फूलचंद के पड़ोसी बाबूलाल के यहां आना-जाना था। आते जाते सूरज की पहचान चंदा से हुई धीरे-धीरे यह मेलजोल प्रेम संबंध में तब्दील हो गया। चंदा तो सूरज से मिलने सुल्तानपुर उसके गांव भी जाने लगी। चंदा के प्रेमी सूरज के गांव जाने की बात उसके ससुराल वालों को भी पता चल गई।इसके बाद चार अगस्त को फूलचंद पंजाब के जालंधर से कमा कर अपने घर लौटा तो उसने चंदा को कपड़े व सामान आदि रखने को दिया। रात में चंदा ने सभी जेवरात उतारकर पति को सौंप दिये और जमीन पर ही सो गयी। तड़के करीब तीन बजे वह उठकर घर से निकल गयी। उसकी खोजबीन शुरू हुई तो संदेह के आधार पर गांव के लोग सुल्तानपुर प्रेमी सूरज के घर पहुंच गए, जहां वह मिली। गांव के लोग चंदा को उसके प्रेमी के पिता के साथ लेकर बीकापुर पहुंचे लेकिन फूलचंद ने पत्नी चंदा के साथ रहने से मना कर दिया। इसके बाद अनोखा कदम उठाते हुए कल सागर तट पर अपनी पत्नी चंदा का हाथ उसके प्रेमी सूरज के हाथों में सौंपा तथा स्वयं सिंदूर दान किया।

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