उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि हर चुनाव के पहले राम मंदिर मुद्दे को हवा दी जाती है। उन्होंने हैरानी जतायी कि ‘मंदिर वहीं बनेगा’ नारे के साथ कब तक लोगों को मूर्ख बनाया जाता रहेगा?
पुणे/मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या के लिए रवाना होंगे जहां 25 नवंबर को वो साधु-संतों से भी मुलाकात करेंगे। इसकी घोषणा उन्होंने पार्टी की विजयादशमी रैली के दौरान की थी। गुरुवार को ठाकरे छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली पुणे की जुन्नार तहसील स्थित शिवनेरी किला पहुंचे थे जहां की मिट्टी लेकर वो अयोध्या जाएंगे। ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि हर चुनाव के पहले राम मंदिर मुद्दे को हवा दी जाती है। उन्होंने हैरानी जतायी कि ‘मंदिर वहीं बनेगा’ नारे के साथ कब तक लोगों को मूर्ख बनाया जाता रहेगा? ठाकरे ने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या की यात्रा के दौरान वह जवाब मांगेगे कि कितने और चुनाव तक लोगों को इस नारे से मूर्ख बनाया जाएगा।
पुणे की जुन्नार तहसील में स्थित यह किला छत्रपति शिवाजी की जन्मस्थली है। ठाकरे ने किले से मिट्टी ली जिसे वह अपने साथ 25 नवंबर को अयोध्या ले जाएंगे। ठाकरे ने मुंबई में शिवसेना की विजयादशमी रैली के दौरान ऐलान किया था कि वह मिट्टी लेकर 25 नवंबर को अयोध्या जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर के निर्माण को लेकर सवाल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थल की मिट्टी से सभी हिंदुओं की भावनाएं जुड़ी है और राम मंदिर निर्माण प्रक्रिया को गति देने के लिए इन भावनाओं को एकत्र किया जा रहा।”
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हर चुनाव के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया जाता है। मैं जवाब मांगूंगा कि मंदिर वहीं बनाएंगे नारे के साथ कितने और चुनाव तक लोगों को मूर्ख बनाया जाएगा।” यह पूछे जाने पर कि क्या अयोध्या में जनसभा के लिए अनुमति मिली है, ठाकरे ने कहा ‘‘साधु संतों ने अपनी इच्छा जतायी थी कि मुझे वहां जाना चाहिए, इसलिए मैं उनका आशीर्वाद लूंगा और सरयू नदी के तट पर शाम की आरती में हिस्सा लूंगा।” अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अपनी पार्टी के अभियान को तेजी देने के उद्देश्य से ठाकरे ने ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’ का नारा दिया है।