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पठानकोट कैंट स्टेशन से दबोचे गए 3 संदिग्धों में से एक निकला एमटेक का स्टूडेंट

पंजाब के पठानकोट जिले में कैंट स्टेशन से दबोचे गए छह संदिग्धों में से तीन युवकों को छोड़ दिया गया है। उनमें से एक एमटेक का स्टूडेंट निकला। पुलिस ने रविवार रात करीब आठ बजे जम्मूतवी से अजमेर जा रही पूजा एक्सप्रेस को पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन पर रोककर एक घंटे तक तलाशी ली थी। ट्रेन में सवार छह कश्मीरी युवकों को पुलिस ने शक के आधार पर हिरासत में लिया था।

पठानकोट कैंट स्टेशन से दबोचे गए 3 संदिग्धों में से एक निकला एमटेक का स्टूडेंट

हालांकि जांच पड़ताल के बाद इनमें से तीन युवकों को छोड़ दिया गया। इनमें से एक स्टूडेंट निकला, जो जोधपुर में एमटेक कर रहा था। वह रविवार सुबह ही अपनी बाइक लेने के लिए घर आया हुआ था। पुलिस ने पठानकोट में उसको जहां बाइक के साथ उतार लिया, वहीं उसके दो अन्य साथियों को भी ट्रेन से उतार लिया। उनसे सीआइए थाना में ले जाकर पूछताछ की गई।

पुलिस जनरल डिब्बे में खोजती रही, संदिग्ध स्लीपर में मिले          
पुलिस संदिग्ध लोगों को जनरल कोच से लेकर एसी डिब्बों में तलाशती रही। करीब 1 घंटे ट्रेन के डिब्बों में भटकने के बाद पुलिस को सभी संदिग्ध एस-7 कोच में मिले। पूछने पर उन्होंने जनरल का टिकट दिखाया। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर जम्मू से आई पुलिस से पुष्टि करवा अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई।

संदिग्धों की पहचान सईद उरवाह अहमद, रहउल्ला रशीद शाह, शहजाद वारु अहमद निवासी पुलवामा कश्मीर के तौर हुई। पुलिस सईद की ओर से जयपुर राजस्थान के लिए बुक कराई गई जम्मू-कश्मीर नंबर की बुलेट मोटरसाइकिल भी पूजा एक्सप्रेस से उतारी।

‘हम आतंकी नहीं, अखरोट बेचने जा रहे हैं’

जानकारी के मुताबिक, रात 8 बजे पठानकोट पुलिस को सूचना मिली की अजमेर जाने वाली पूजा ट्रेन में कुछ संदिग्ध लोग हैं। करीब 8:05 बजे पठानकोट कैंट पहुंची ट्रेन को पुलिस ने घेर लिया और स्टेशन को सीलकर लोगों को ट्रेन में चढ़ने-उतरने नहीं दिया। एक घंटे चली सर्च के बाद पुलिस ने एस-7 कोच से 3 संदिग्ध युवकों और उनके पास वाली सीट पर बैठे 3 अन्य कश्मीरी लोगों को भी पूछताछ के लिए उतार लिया।

संदिग्ध लोगों के पास बैठे 3 कश्मीरी युवकों को पूछताछ के लिए जीआरपी के हवाले कर दिया गया। इनकी पहचान कश्मीरी युवक गांव बनकूट जिला रामबन निवासी तनवीर अहमद, नौगांव जिला रामबन निवासी जुल्फी और गांव बनकूट जिला रामबन निवासी फरीद डार के रूप में हुई। उन्होंने पूछताछ में बताया कि उन्हें दिल्ली होते हुए से बुलंदशहर जाना था। अब दोबारा टिकट पर पैसे खर्च कर दिल्ली जाना पड़ेगा।

तीनों ने पुलिस को बताया कि संदिग्ध युवकों के साथ उनका कोई लेना देना नहीं है, वह तो अखरोट बेचने का काम करते हैं। फिलहाल जीआरपी ने उन्हें कैंट स्टेशन पर ही रखा है। जीआरपी थाना प्रभारी पलविंद्र सिंह ने बताया कि इनपुट मिलने पर एसपी ऑपरेशन आए और ट्रेन में सर्च शुरू करवाई थी। 3 कश्मीरी युवकों को अरेस्ट कर अपने साथ ले गए और 3 से हमें पूछताछ को कहा है।

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