अध्ययन में ग्रेजुएशन कर रहे इंटीरियर डिजाइन और अपर लेवल के साइकोलॉजी और न्यूरोसाइंस के छात्रों को शामिल किया गया। जिन छात्रों ने 8 घंटे की नींद का चैलेंज एक्सेप्ट किया उनके हाथों में मॉनिटरिंग के लिए बैंड पहनाया गया। ताकि अध्ययन में पारदर्शिता बनी रहे।