लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में व्यापमं और ललित मोदी प्रकरण से लेकर 25 सांसदों के निलंबन के खिलाफ कांगे्रस के साथ खड़े रहे सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के रख में अचानक हुए बदलाव को लेकर चल रही कयासबाजियों के बीच कहा है कि इसे नोएडा के निलंबित मुख्य अभियंता यादव सिंह के खिलाफ चल रही सीबीआई जांच से जोड़कर नहीं देखा चाहिए। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावडेकर ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में वित्त मंत्री अरुण जेटली की टिप्पणी का हवाले देते हुए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जेटली ने कोई क्लीन चिट नहीं दी…इस बारे में हुए सवाल के जवाब में जेटली ने जिस लहजे में जवाब दिया, वीडियो में देखो तो सही अर्थ साफ होगा।’’ इस सवाल पर कि जेटली की नरम टिप्पणी कहीं राज्यसभा के दलीय समीकरण के मद्देनजर तो नहीं, जावडेकर ने इस आशंका को खारिज करते हुए कहा, ‘‘मैं इतना कह सकता हूं कि सीबीआई जांच होगी, पूरी होगी, पूरी निष्पक्षता से होगी…जो भी शामिल होंगे वे बेनकाब होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जेटली के साथ बैठा था…संवाददाता का सवाल था कि यादव सिंह की जांच के बहाने मुलायम आपके पाले में आ गये क्या…तो मुस्करा कर जेटली ने कहा कि इसका मुलायम से क्या लेना।’’ सवाल पूछा गया था कि प्रदेश में तो भाजपा ने यादव सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और हजारों करोड़ रूपये के कथित घोटाले के मामले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे के मुख्य अभियंता रह चुके यादव सिंह को सपा और बसपा नेताओं के संरक्षण का आरोप लगाते रहे हैं, पार्टी का रख नरम हो गया लगता है।