ओपेक और गैर-ओपेक तेल उत्पादक देशों के बीच उत्पादन में कटौती पर सहमति की खबरों के बीच ‘ब्रेंट नॉर्थ सी’ कच्चा तेल शुक्रवार को पांच प्रतिशत महंगा हो गया। इससे पहले ब्लूमबर्ग की एक खबर के मुताबिक, सऊदी अरब और रूस सहित तेल उत्पादकों के बीच तेल उत्पादन में कुल 12 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की सहमति बनी।
लंदन: ओपेक और गैर-ओपेक तेल उत्पादक देशों के बीच उत्पादन में कटौती पर सहमति की खबरों के बीच ‘ब्रेंट नॉर्थ सी’ कच्चा तेल शुक्रवार को पांच प्रतिशत महंगा हो गया। इससे पहले ब्लूमबर्ग की एक खबर के मुताबिक, सऊदी अरब और रूस सहित तेल उत्पादकों के बीच तेल उत्पादन में कुल 12 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती की सहमति बनी। इसके बाद कच्चा तेल की कीमत 63.07 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गयी और न्यूयॉर्क का वेस्ट टेक्सास इंटरमीडियट (डब्ल्यूटीआई) कच्चा तेल की कीमत में पांच प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक युद्ध विराम से सोमवार को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजारों में कच्चे तेल के दाम में जोरदार तेजी आई। उधर, तेल उत्पादक देशों के समूह OPEC की इस सप्ताह होने वाली बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने की संभावनाओं से भी कीमतों को बल मिला है। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल के सौदों में पांच फीसदी से ज्यादा उछाल आया है। दिसंबर डिलिवरी वायदा अनुबंध दोपहर करीब 12.15 बजे 189 रुपये यानी 5.29 फीसदी की तेजी के साथ 3,765 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले दिसंबर अनुबंध में 3,779 रुपये प्रति बैरल तक का उछाल आया।
कच्चे तेल के जनवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध में 183 रुपये यानी 5.07 फीसदी की तेजी के साथ 3,789 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार एंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के फरवरी वायदा अनुबंध में 2.66 डॉलर यानी 4.47 फीसदी की तेजी के साथ 62.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। हालांकि इससे पहले दैनिक कारोबार में ब्रेंट क्रूड के भाव में 62.59 डॉलर प्रति बैरल का उपरी स्तर रहा। वहीं, न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के जनवरी डिलीवरी अनुबंध में 2.53 डॉलर यानी 4.97 फीसदी की तेजी के साथ 53.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव में 53.84 डॉलर प्रति बैरल तक का उछाल आया।