राम मंदिर के लिए दिल्ली में वीएचपी की धर्मसभा आज, साधु- संतों ने राम मंदिर पर कानून लाने की मांग
इससे पहले 25 नवंबर वीएचपी की तरफ से अयोध्या में आयोजित धर्मसभा में साधु- संतों ने राम मंदिर पर कानून लाने की मांग की थी। इस धर्मसभा में संघ प्रमुख का एक वीडियो भी जारी किया गया जिसमें उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर धैर्य खत्म हो चुका है और सरकार कानून लाए।
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने के ठीक दो दिन पहले अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में धर्मसभा करने जा रही है। वीएचपी का दावा है कि संसद के आगामी सत्र में विधेयक पेश किया जाएगा, जिससे राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। इस धर्मसभा को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें देश भर से 5 से 10 लाख रामभक्त शामिल होंगे. कई राज्यों से रामभक्त दिल्ली पहुंच भी चुके हैं, जिन्हें अलग-अलग मठों, मंदिरों में ठहराया जा रहा है। दिल्ली में होने वाली धर्मसभा अयोध्या, नागपुर और मुंबई में हुई धर्मसभाओं की महत्वपूर्ण कड़ी है।
शीतकालीन सत्र में विधेयक लाने का दबाव
वीएचपी के महासचिव सुरेंद्र जैन का दावा है कि इस धर्मसभा से उन लोगों का हृदय परिवर्तन होगा जो मानते हैं कि संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर पर विधेयक लाना संभव नहीं है। बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आजतक के खास कार्यक्रम सीधी बात में कहा था कि अयोध्या पर कोई भी निर्णय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही होगा। सुरेंद्र जैन का कहना है कि यदि किसी वजह से शीतकालीन सत्र में राम मंदिर को लेकर विधेयक नहीं आता है, तो प्रयाग में होने वाले महाकुंभ में होने वाली आगामी धर्म संसद में भविष्य की रणनीति तय होगी. बता दें कि महाकुंभ में 31 जनवरी से 1 फरवरी तक दो दिवसीय धर्म संसद होनी हैं जिसमें राम मंदिर समेत कई अन्य मुद्दों पर धर्मादेश जारी होगा।
निर्मोही, निर्वाणी अखाड़ा ने किया किनारा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाली इस धर्मसभा से निर्मोही अखाड़ा और निर्वाणी अखाड़ा ने किनारा कर लिया है। बता दें कि 25 नवंबर को अयोध्या में हुई धर्मसभा में भी निर्मोही अखाड़ा शामिल नहीं हुआ था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश में राम जन्मभूमि को तीन हिस्सों में बांटा गया है जिसमें एक हिस्सा निर्मोही अखाड़े को दिया गया है। वहीं निर्वाणी अखाड़ा परिषद भी इस धर्मसभा में शामिल नहीं हो रही है। बता दें कि निर्वाणी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत धर्मदास ने कुछ दिन पहले राम मंदिर को लेकर आत्मदाह की चेतावनी दी थी। जिसे लेकर अयोध्या प्रशासन ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
वीएचपी का हाईटेक प्रचार
वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि रामलीला में होने वाली धर्मसभा को आरएसएस के कार्यकारी प्रमुख सुरेश भैय्या जोशी संबोधित करेंगे। यह विशाल रैली होगी जो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक लाने का समर्थन नहीं करने वाले सारे लोगों का हृदय परिवर्तन कर देगी वीएचपी ने इस धर्मसभा के प्रचार प्रसार के लिए ट्विटर हैंडल, फेसबुक पेज और सभा के सीधा प्रासरण के लिए यू ट्यूब चैनल भी बनाया है। जहां वीएचपी इस धर्मसभा को सफल बनाने के लिए दिल्ली और आस पास के क्षेत्रओं में घर-घर जाकर प्रचार कर रही है, वहीं दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए हैं। बता दें कि रामलीला मैदान की बाउंडरी आसफ अली रोड पर स्थित फैज इलाही मस्जिद को छूती है और यह स्टेज से 50 मीटर की दूरी पर है। वीएचपी का कहना है कि यह धर्मसभा अनुशासित तरीके से होगी।
सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त
सुरक्षा को देखते हुए 5000 पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल की 10 कंपनियां तैनात की गई है। दिल्ली के कुछ स्थानों पर धर्मसभा के विरोध में पोस्टर भी लगे हैं, जिसे देखते हुए सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है और साइबर सेल की एक विशेष टीम अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। शनिवार को पुलिस मुख्यलय में हुई बैठक में उन अधिकारियों को खास तौर पर इस काम के लिए नियुक्त किया गया है जिनका कानून व्यवस्था बनाए रखने में अच्छा रिकॉर्ड रहा है। बैठक के बाद सभी एडिशनल डीसीपी को रामलीला मैदान तैनात किया गया है।
कई जगह ट्रैफिक रोकी गई
प्रशासन ने एहतियातन रविवार को रामलीला मैदान के इर्दगिर्द की सभी दुकाने शाम तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। वहीं सेंट्रल दिल्ली आने वाली कई सड़को को यातायात के लिए बंद या डाइवर्ट किया गया है। जिसमें रंजीत सिंह फ्लाइओवर से गुरुनानक चौक से बाराखंबा रोड तक, राजघाट से दिल्ली गेट और चमनलाल मार्ग पर आमजन के लिए ट्रैफिक रोक दिया गया है।