भारतीय रेलवे ने आय का नया जरिया अब धार्मिक स्थलों की सैर करानेवाली ट्रेन के रूप में ढूंढ़ा है। रामायण और सीनियर सिटिजन तीर्थ यात्रा एक्सप्रेस के बाद रेलवे ने खास ट्रेन बौद्ध तीर्थ स्थलों की सैर के लिए शुरू किया है। इस ट्रेन के जरिए खास तौर पर विदेशी पर्यटकों को लुभाने की कोशिश है।
- तीर्थ यात्राओं की सैर करानेवाली ट्रेन के जरिए विदेशी पर्यटकों को लुभाने की कोशिश
- रामायण और सीनियर सिटिजन तीर्थ यात्रा सैर के बाद अब बौद्ध स्थलों की सैर के लिए ट्रेन
- रेलवे इन ट्रेन में बेहतरीन सुविधाओं के साथ यात्रियों की सुरक्षा का भी रख रहा है खास ख्याल
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे के लिए धार्मिक यात्राओं के लिए स्पेशल ट्रेन आय का नया माध्यम बनता जा रहा है। शनिवार को रेलवे ने नई बुद्धिस्ट तीर्थों के दर्शन करानेवाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन के जरिए यात्रियों को बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे बोधगया, राजगीर, वाराणसी (सारनाथ), लुम्बिनी, कुशीनगर और श्रावस्ती की सैर कराई जाएगी। इस ट्रेन से सफर का अंत आगरा में ताज महल के दर्शन के साथ होगा। बता दें कि बौद्ध धर्म स्थलों की सैर करानेवाली यह ट्रेन रामायण एक्सप्रेस और सीनियर सिटिजन तीर्थ यात्रा योजना ट्रेन के कुछ ही दिन बाद शुरू की गई।
आईआरसीटीसी की तरफ से बुद्धिस्ट टूरिज्म पैकेज पहले से ही उपलब्ध था, लेकिन ज्यादातर लोग इसके लिए नियमित राजधानी ट्रेन ही प्रयोग करना पसंद करते थे। पिछले कुछ वक्त में विदेशी पर्यटकों की संख्या में आई वृद्धि के बाद रेलवे ने बौद्ध तीर्थयात्रियों के दर्शन के लिए यह नियमित खास ट्रेन ही डेडिकेट की है। बुद्धिस्ट सर्किट ट्रेन में 4 फर्स्ट टीयर और 2 एसी सेकेंड टीयर कोच हैं। ट्रेन में 2 डाइनिंग कार और एक स्टाफ कार के साथ 2 पावर कार भी है। इस पूरी यात्रा के लिए टिकट की कीमत करीब 67,000 रुपए है।
डायनिंग कोट में माइक्रोवेव, ट्रेन में गीजर और पर्सनल लॉकर जैसी सुविधाएं हैं। विदेशी तीर्थात्रियों की संख्या को देखते हुए इस ट्रेन के टिकट काफी महंगे हैं। रामायण एक्सप्रेस इसकी तुलना में काफी सस्ता है और उसका पैकेज 15,120 से ही शुरू होता है। इस पैकेज में खाने और रहने का प्रबंध भी शामिल है। रामायण एक्सप्रेस में कम कीमत पर मिलनेवाली इस सुविधा का अच्छा नतीजा है कि पैसेंजर क्लास में सफर करनेवाले यात्री भी इससे सफर कर सकते हैं।