टीम इंडिया के सिक्सर किंग युवराज सिंह का आज 37वां जन्मदिन है। 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में जन्में इस खिलाड़ी की जिंदगी बेहद उतार-चढ़ाव भरी रही। लंबे समय से बाहर चल रहे युवी के सामने भारतीय टीम में वापसी करना किसी मुश्किल लक्ष्य से कम नहीं।
हाल ही में गौतम गंभीर के संन्यास लेने के बाद अब चर्चा गर्म है कि युवराज सिंह भी विश्व कप 2019 से पहले इस खेल को अलविदा कह सकते हैं। कारण साफ है खराब फॉर्म और युवा खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के चलते उनका टीम में वापसी करना असंभव ही नजर आ रहा है।
मगर क्या आपको पता है कि युवराज सिंह तो काफी पहले ही संन्यास लेने का इरादा कर चुके थे। मगर कप्तान के एक फैसले ने उन्हें दोबारा खुद को साबित करने का मौका दिया। इसका खुलासा खुद युवी ने ही किया था,
तो आइए उनके जन्मदिन पर आपको इस मजेदार किस्से के बारे में बताते हैं…
दरअसल, भारत को 2011 विश्व कप दिलाने में सबसे बड़ा रोल निभाने वाले इस खब्बू बल्लेबाज को खराब फॉर्म के चलते टीम से बाहर कर दिया गया था। सारी उम्मीदें खत्म नजर आ रही थी। तभी उन्हें पिछले साल यानी जनवरी 2017 में खुद को साबित करने का एक और मौका दिया गया।
लंबे समय बाद टीम में वापसी हुई थी, ऐसे में विस्फोटक बल्लेबाज को टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए एक धमाकेदार पारी की दरकार थी। भारत इंग्लैंड के खिलाफ स्वदेश में तीन मुकाबालों की वन-डे सीरीज खेल रहा था। सीरीज का दूसरा मैच कटक के बाराबाती स्टेडियम में 19 जनवरी 2017 को खेला गया।
जहां टॉस जीतकर इंग्लैंड ने भारत को बल्ला थमाया। टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। महज 25 रन के भीतर केएल राहुल, शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली आउट हो गए। ऐसे मुश्किल वक्त में पूरे देश की निगाहें ‘ओल्ड कैंपेनर’ युवराज पर टिकी हुई थी।
इस पंजाबी पुत्तर के लिए खुद को साबित करने का इससे अच्छा मौका और कहां मिलता। जिसे पूरी तरह भुनाते हुए युवी ने महज 127 गेंदों में 150 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। इस दौरान उनके बल्ले से 21 चौके और तीन छक्के भी निकले।
करियर का यह 14वां वनडे शतक खास था। इससे पहले युवी ने 2011 में विश्वकप मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ सैंकड़ा जड़ा था। युवराज को इस शतक के लिए 2131 दिनों का इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 256 रनों की साझेदारी की।
युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी की शतकीय पारियों की बदौलत भारत ने 381 रन का विशाल लक्ष्य इंग्लैंड के सामने रखा। कोहली की कप्तानी में ‘कमबैक किंग’ युवराज सिंह की पारी के चलते टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 15 रन से हराया।
जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 366 रन पर ऑल आउट हो गई और भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली। युवराज सिंह को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। इस पुरस्कार को लेते हुए युवराज ने संन्यास से जुड़ा बड़ा खुलासा किया था।
बाएं हाथ के इस दिलकश बल्लेबाज ने खुलासा किया था कि, ‘एक वक्त वे क्रिकेट से संन्यास लेने की सोच रहे थे। यदि कोहली उनपर भरोसा नहीं जताते, तो वो क्रिकेट को अलविदा कह देते। उन्होंने कहा कि वो कैंसर से जूझते समय काफी हताश थे। उस समय वो क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे थे। मगर कोहली ने उन्हें भरोसा दिलाया कि अभी भी उनमें क्रिकेट बाकी है।
युवराज ने कहा, ‘खुद पर विश्वास करना बहुत आसान हो जाता है, जब आपके साथ टीम और कप्तान का साथ हो। मुझे खुशी है कि ड्रेसिंग रूम में बैठे लोगो को मुझपर भरोसा है। एक वक्त मैंने सोचा कि आगे खेलना चाहिए या नहीं, मगर कभी हार न मानने में मेरा विश्वास है।’
इतना ही नहीं पूरी दुनिया में युवराज सिंह की इस पारी की तारीफ की गई थी। उनकी पत्नी हेजल कीच ने तो खुशी में अपने पति का नाम ही बदल डाला था। हेजल ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि उनका मध्य नाम ‘विस्फोटक’ होना चाहिए।