विमान में महिला से दुष्कर्म की कोशिश, भारतीय को मिली 9 साल की सजा
आरोपी एच-1बी वीजा लेकर 2015 में अमेरिका आया था। उसे सजा पूरी होने के बाद देश से निर्वासित कर दिया जाएगा। यह आदेश डेटरॉयट की एक फेडरल अदालत ने दिया है। अदालत ने भारतीय नागरिक को नौ साल जेल की सजा सुनाई। जज टेरेंस बर्ज ने कहा कि इस सजा से औरों के मन में डर पैदा होगा और वह इस तरह के अपराध करने से पहले सोचेंगे।
अभियोजन पक्ष आरोपी के लिए 11 साल की सजा की मांग कर रहा था। अमेरिकी अटॉर्नी मैथ्यू शिंडनर ने कहा, ‘हर किसी को हवाई जहाज में यात्रा करते समय सुरक्षित और महफूज रहने का अधिकार है। हम किसी के उस व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो पीड़िता के कमजोर परिस्थिति में होने का फायदा उठाता है। हम इस मामले में पीड़िता के साहस की सराहना करते हैं जिसने बोलने की हिम्मत दिखाई।’
पांच दिनों के ट्रायल में रामामूर्ति को अगस्त में दोषी पाया गया था। ज्यूरी ने आरोपी को सजा देने का फैसला सुनाने से पहले तीन घंटों तक विचार-विमर्श किया। ट्रायल में पेश किए गए सबूत के अनुसार 3 जनवरी को रामामूर्ति महिला सहयात्री के साथ उस समय यौन संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था जब वह लास वेगस से डेटरॉयट जाने वाले विमान में सो रही थी। आरोपी उस समय पत्नी के साथ बैठा हुआ था जब उसने अपनी सहयात्री का शोषण किया।
ट्रायल के दौरान उन सबूतों को पेश किया गया जिससे साबित हो गया कि रामामूर्ति ने रात की यात्रा के दौरान महिला का विमान में यौन शोषण किया था जो उसके बगल में सो रही थी। यौन शोषण की कोशिश ने पीड़िता को नींद से जगा दिया। उठने पर उसने पाया कि उसकी जींस के बटन और चेन खुली हुई थी। जिसके बाद उसने फ्लाइट अटेंडेट से मदद मांगी।