टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज छह दिसंबर से शुरू होने जा रही है। स्मिथ-वॉर्नर की गैर-मौजूदगी में ऑस्ट्रेलियाई टीम बेशक कमजोर नजर आ रही है, लेकिन कंगारुओं का रिकॉर्ड उनकी ही सरजमीं पर अब तक शानदार रहा है।
हालांकि टीम इंडिया के गेंदबाज भी इस टेस्ट सीरीज के लिए अपनी कमर कस चुके हैं। टीम इंडिया का फास्ट बॉलिंग अटैक और स्पिन डिपार्टमेंट कंगारू बल्लेबाजों की खबर लेने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।
किसी भी विपक्षी टीम के ओपनर बल्लेबाजों के लिए स्विंग स्पेशलिस्ट भुवनेश्वर कुमार हमेशा से बड़ा खतरा साबित हुए हैं। विकेट निकालने में माहिर भुवनेश्वर बल्ले के साथ भी टीम की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भुवी से बड़े धमाके की उम्मीद की जा रही है।
आर अश्विन के टीम में रहते हुए भी कुलदीप यादव टीम के लिए बड़ा एक्स-फैक्टर साबित हो सकते हैं। धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में भी कुलदीप ने शानदार गेंदबाजी की थी और मैक्सवेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज का शिकार किया था।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को विराट कोहली का ‘ब्रह्मास्त्र’ कहा जाता है। लाल बॉल से बल्लेबाजों को परेशान करने में तो बुमराह को महाराथ हासिल है। इसके अलावा डेथ ओवर्स स्पेशलिस्ट बुमराह अंत के ओवर्स में मैच का परिणाम बदलने का भी दम रखते हैं।
लेफ्ट आर्म सीमर मिचेल स्टार्क ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी का सबसे मजबूत अटैक है। अपने धांसू यॉर्कर्स और फर्राटा गति के दम पर यह गेंदबाज किसी भी टीम की बल्लेबाजी को ध्वस्त करने का दम रखता है। स्टार्क ने अब तक खेले कुल 45 टेस्ट मैचों में 28.52 की औसत से 186 विकेट चटकाए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दूसरे तेज गेंदबाज पैट कमिंस भारतीय बल्लेबाजों की कमी से बखूबी वाकिफ हैं। कमिंस आगामी टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के बल्लेबाजों की कमजोरी को पकड़कर गेंदबाजी करते नजर आ सकते हैं।