सहारा ने न्यायालय से कहा- विदेशी संपत्ति नहीं बेच रहे
नयी दिल्ली। सहारा समूह ने आज उच्चतम न्यायालय से कहा कि वह विदेशों स्थित अपने तीन होटलों लंदन में ग्रासवेनर हाउस, द न्यूयार्क प्लाजा और ड्रीम न्यूयार्क होटल नहीं बेच रहा है और आरोप लगाया कि कुछ लोग इन संपतियों को हड़पने के अवसर देख रहे हैं। न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष समूह की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिबल ने कहा, हम इन संपत्तियों को विकसित करेंगे। ये सभी लोग इन संपत्तियों को हड़पने के अवसर देख रहे हैं। लंदन की संपत्ति सहित इन संपत्तियों की व्यापक संभावना है।
सिबल ने ब्रिटेन स्थित संपत्ति डेवलपर और फाइनेन्सर केन कैपिटल पार्टनर्स लि और अमेरिका स्थित इंवेस्टमेन्ट बैंकर मैडिसन कैपिटल होल्डिंग एलएलसी की अलग अलग अर्जियों पर सुनवाई के दौरान यह दलील दी। इन कंपनियों ने लंदन और अमेरिका की क्रमश: संपत्ति खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
सुनवाई के दौरान आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी का नाम भी सामने आया जिसमें आरोप लगा कि वह सहारा समूह की अमेरिका की संपत्तियों की बिक्री का सौदा कराने में कथित रूप से बिचौलिये का काम कर रहे हैं।
मैडिसन कैपिटल के वकील ने कहा कि जेल में बंद सहारा समूह के मुखिया सुब्रत राय के 40 वर्षीय पुत्र सुशांतो राय ने मौखिक रूप से ही आईपीएल प्रमुख से ललित मोदी से अमेरिका में संपत्ति बेचने के लिये मदद मांगी थी जिसकी कीमत आईपीएल के पूर्व मुखिया ने 96़5 करोड़ अमेरिकी डालर लगायी थी।
न्यायालय ने वकील से जानना चाहा कि क्या यह आईपीएल वाले मोदी ही हैं और इसकी पुष्टि होने पर पीठ ने सिबल से सवाल किया, क्या आप :सहारा: इन संपत्तियों को बेच रहे हैं सिबल ने नकारात्मक जवाब दिया और कहा कि इन संपत्तियों को विकसित करने के लिये पहले से ही दो प्रस्ताव हैं जिनसे करीब 36 हजार करोड रूपए के बराबर करीब छह अरब अमेरिकी डालर मिलेंगे।