अमेरिका: बर्फीले तूफान की आशंका के बीच जमने लगा नियाग्रा फॉल
ठंड से केवल आप ही परेशान नहीं हैं बल्कि प्रकृति इसका असर दिखने लगा है। अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित विश्व प्रसिद्ध नियाग्रा फॉल जमने लगा है। पोलर वोर्टेक्स को इसके पीछे की वजह माना जा रहा है। इसकी वजह से ठंडी हवाएं इस क्षेत्र का रूख कर रही हैं।
ठंडी हवाओं की वजह से अमेरिका और कनाडा का तापमान लगातार गिर रहा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस बार की सर्दी अमेरिका और कनाडा में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। आमतौर पर 15 इंच तक होने वाली बर्फबारी के मुकाबले इस बार 21 इंच तक की असामान्य बर्फबारी हो सकती है।
क्या है पोलर वोर्टेक्स
पोलर वोर्टेक्स उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव पर लो प्रेशर जोन और बर्फीली हवा से बनता है, जो सर्दियों में काफी मजबूत हो जाता है। यह एक ध्रुवीय चक्रवाती बर्फीली हवा है, जो आर्कटिक सर्किल के ऊपर 60 हजार फीट की ऊंचाई पर बहती है।
नियाग्रा फॉल कभी पूरा नहीं जमता
पारा चाहे कितना भी नीचे चला जाए मगर नियाग्रा फॉल कभी पूरा नहीं जमा। बर्फ जमने के बावजूद नीचे पानी बहता रहता है। बताया जाता है कि सर्दी में हर मिनट 8.5 करोड़ लीटर पानी बहता है। क्रिसमस से पहले यूरोप में अगले 10 दिनों बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। ब्रिटेन में पारा माइनस 20 डिग्री तक पहुंच सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस बार 2010 के बाद सबसे सर्द क्रिसमस होगा। इसे व्हाइट क्रिसमस कहा जा रहा है।