आपकी एक छोटी सी भूल से फट जाता है गैस सिलेंडर
आप ने अक्सर सुना होगा कि गैस सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया। ऐसे हादसों के बाद लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाता है, लेकिन अक्सर हादसा पेट्रोलियम कंपनी की तरफ से गलत सिलेंडर की सप्लाई के कारण भी होता है।
हर सिलेंडर की एक एक्सपायरी डेट होती है। कई बार एक्सपायरी डेट का सिलेंडर लोगों को दे दिया जाता है और यह हादसे का कारण बन जाता है। इसलिए जरूरी है कि सिलेंडर मिलते ही पहले यह चेक करें कि आपके गैस सिलिंडर की एक्सपायरी डेट क्या है। यह काम काफी आसान है और एक नजर में किया जा सकता है।
गैस सिलेंडरकी एक्सपायरी डेट जानना काफी आसान है। हर सिलेंडर पर जहां रेग्युलेटर लगाया जाता है, वहां पर बड़े-बड़े कुछ नंबर लिखे होते हैं। यह नंबर ही गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जानकारी देते हैं।
ये है गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट पढ़ने का तरीका
गैस सिलिंडर की एक्सपायरी डेट जानने काफी आसान है। हर गैस सिलेंडर पर जहां रेग्युलेटर लगाया जाता है वहां पर D-19 या ऐसा ही कुछ लिखा होता है। यह गैस सिलिंडर की एक्सपायरी डेट होती है। यहां पर D-19 मतलब है कि गैस सिलेंडर की एक्सपायर डेट दिसंबर 2019 है। इसके बाद Gas Cylinder का उपयोग करना खतरनाक हो सकता है । ऐसे सिलिंडर में गैस लीकेज और अन्य तरह की दिक्कतें हो सकती हैं।
जिसके चलते इससे कोई हादसा हो सकता है। यह हादसा सिलेंडर फटने जैसा भी हो सकता है। गैस सिलिंडर के सबसे ऊपर रेगुलेटर के पास जो तीन पट्टी होती है उन में से किसी एक पर A, B, C, D लिखा होता है इनका मतलब यह है कि गैस कंपनी हर एक लेटर को 3 महीनों में बांट देती है। यहां पर A का मतलब जनवरी से मार्च और B का मतलब अप्रैल से जून तक होता है। इसी तरह से C का मतलब जुलाई से लेकर सितंबर और D का मतलब अक्टूबर से दिसंबर तक का होता है। अगर सिलेंडर पर D-19 लिख है तो यहां पर D का मतलब है कि गैस सिलेंडर दिसंबर के बाद एक्सपायर हो जाएगा।