लखनऊ : ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन आयबॉक के आह्वान पर शुक्रवार को बैंक अधिकारियों की देशव्यापी हड़ताल रही। इसके चलते बैंकों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। बैंक अधिकारियों ने हजरतगंज स्थित इलाहाबाद बैंक परिसर एकत्र होकर धरना-प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। आयबॉक के प्रांतीय अध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि चार्टर में न्यूनतम वेतन, कोर बिजनेस, एनपीए वसूली, नई पेंशन स्कीम को समाप्त करने, पारिवारिक पेंशन में सुधार, तीन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों व ग्रामीण बैंकों के विलय के विरोध में हड़ताल का कदम उठाया गया है। प्रांतीय महामंत्री दिलीप चौहान ने कहा आयबॉक स्केल तीन तक वेतन समझौता किए जाने का विरोध करता है। वेतन समझौता हमेशा से स्केल एक से स्केल सात तक के अधिकारियों के लिए होता रहा है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार जल्द मांगों को नहीं मानती तो संगठन उग्र आंदोलन को मजबूर होगा। मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल के चलते राजधानी लखनऊ में करीब 950 करोड़ का, वहीं प्रदेश में 12 हजार करोड़ का कारोबार ठप रहा। उन्होंने बताया कि हड़ताल के चलते लखनऊ की 730 शाखाओं के 10500 बैंक कर्मी व प्रदेश की 6600 शाखाओं के 84 हजार बैंक कर्मी हड़ताल में शामिल रहे। वहीं बैंक कर्मियों के हड़ताल के चलते राजधानी के अधिकांश एटीएम भी शाम तक खाली हो गए।
गौरतलब हो कि 21 को बैंक हड़ताल के बाद सरकारी छुट्टियों के बीच अभी चार दिन यानी 22, 23, 25, 26 दिसंबर को भी बंदी का दौर जारी रहगा। दरअसल, 21 और 26 दिसंबर को बैंकों की हड़ताल है। 22 को महीने का चौथा शनिवार और 23 को रविवार होने के कारण बैंकों में छुट्टी रहेगी। उधर, 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी के चलते बंद रहेंगे। इसके बीच 24 दिसंबर को बैकों का खुलना कड़ाके की ठंड में धूप मिलने की राहत जैसा रहेगा। यदि आपका कोई बैंक से सम्बंधित ज़रूरी काम है, तो इसी दिन निपटा सकते हैं।