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अरे जरा जोर लगा: जर्नादन, गौरव, शिवशंकर व मंजीत पुरूष वर्ग की कुश्ती के चैंपियन
लखनऊ। हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई आदि धर्मों की एकता के रूप में 33वां अखिल भारतीय जयकरन पहलवान, उस्मान खां व कंवरजीत सिंह स्मारक कुश्ती प्रतियोगिता में देश भर के 100 पहलवान ने अपने-अपने भार वर्गों में खिताब जीतने के लिए जोर-आजमाईश की.
आरडीएसओ रेलवे स्टेडियम में जयकरन पहलवान, उस्मान खां व कंवरजीत सिंह स्मारक समिति के तत्वावधान में हुई इस प्रतियोगिता में इनमें से पुरूष वर्ग की कुश्ती में 57 किग्रा भार वर्ग में गोरखपुर छात्रावास के जर्नादन पहलवान पहले, मेरठ छात्रावास के वीरभद्र दूसरे और गोरखपुर के रामसमुझ यादव व दिल्ली के योगेश पहलवान तीसरे स्थान पर रहे। 68 किग्रा भार वर्ग में डीएलडब्लू वाराणसी के गौरव यादव पहले, दादरी हरियाणा के रवि पहलवान दूसरे और जाट कॉलेज रोहतक के विशाल व काशीपुर के हैदर अली तीसरे स्थान पर रहे।
33वां अखिल भारतीय जयकरन पहलवान, उस्मान खां व कंवरजीत सिंह स्मारक कुश्ती प्रतियोगिता
80 किग्रा भार वर्ग में वाराणसी के शिवशंकर यादव पहले, डीएलडब्लू वाराणसी के अजय दूसरे और मेरठ के दयानंद व जाट कॉलेज रोहतक के विनय तीसरे स्थान पर रहे। 80 किग्रा से ऊपर भार वर्ग में नरवाल रोहतक के मंजीत पहले, वाराणसी के प्रवीण कुमार यादव दूसरे और आजमगढ़ के बलवंत सिंह व काशीपुर के निशांत गुर्जर तीसरे स्थान पर रहे।
संध्या पाल व रिशु नागर बनीं महिला वर्ग की विजेता
महिला वर्ग की कुश्ती में 55 किग्रा भार वर्ग में आजमगढ़ की संध्या पाल पहले, आजमगढ़ की ही रागिनी यादव दूसरे और आजमगढ़ स्टेडियम की रंजना चौहान और साबरमती मौर्य तीसरे स्थान पर रही। महिला वर्ग की कुश्ती में 63 किग्रा भार वर्ग में गाजियाबाद की रिशु नागर पहले, आजमगढ़ स्टेडियम की रितु सिंह और आजमगढ़ की अनुराधा चौबे व नेहा तीसरे स्थान पर रही। इससे पहले दैनिक जागरण, लखनऊ के स्थानीय संपादक सदगुरु शरण ने पहलवानों के हाथ मिलवाकर कुश्ती प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। वहीं आज के दंगल के मुख्य अतिथि डा.महेंद्र नाथ पाण्डेय (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश भाजपा एवं सांसद) ने भी मौजूद रहकर पहलवानों का हौसला बढ़ाया। उनका स्वागत दंगल व लंगर समिति के अध्यक्ष श्री रमेश पहलवान व अन्य ने साफा बांधकर किया। समापन समारोह में प्रमुख समाजसेवी प्रवीण भसीन,ने विजेता पहलवानों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर भाजपा नेता सुरेश तिवारी, शिवगोपाल मिश्रा (राष्ट्रीय महामंत्री, एआईआरएफ),समाजसेवी मुरलीधर आहूजा, समाजसेवी संजय भाटिया, डा.देशदीपक पाल (एडीशनल सीएमओ), रमेश पहलवान (दंगल व लंगर समिति के अध्यक्ष) व अन्य मौजूद थे। श्री रमेश पहलवान ने बताया कि इस दंगल में देश भर के 100 पहलवानों ने भाग लिया जिसमें 30 महिला पहलवान भी शामिल थी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में प्रत्येक भार-वर्ग में पहला पुरस्कार 15 हजार, दूसरा पुरस्कार 10 हजार और तीसरा पुरस्कार 3,500 रूपए का दिया गया।
पहले के जमाने में बड़े-बड़े युद्ध के फैसले मल्लयुद्ध से हो जाते थे: डा.महेंद्र नाथ पाण्डेय
मुख्य अतिथि डा.महेंद्र नाथ पाण्डेय (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश भाजपा एवं सांसद) ने अपने संबोधन में इस भव्य आयोजन के लिए आयोजन समिति की सराहना की और कहा कि कुश्ती हमारा प्राचीन खेल है, और आज ऐसे और आयोजन कराने की आवश्यकता है ताकि हमारे देशी खेल को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि कुश्ती हमारा देशी खेल है और पहले के जमाने में बड़े-बड़े युद्ध के फैसले मल्लयुद्ध से हो जाते थे जब आमने-सामने खड़ी सेना के दो पहलवान आपस में मुकाबला करते थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है इसलिए सरकार ने खेलो इंडिया राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन की शुरूआत की है जिसमें स्कूल-कॉलेज स्तर में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। वर्तमान में छात्र जीवन से ही अच्छे खिलाड़ी बनने की नींव पड़ जाएगी और उन्हें प्रोत्साहन भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे पहलवानों ने भी देश का नाम किया है और ओलंपिक में भी पदक जीते है। हमारा विश्वास है कि आने वाले ओलंपिक में देश के खिलाड़ी पदक जीतेंगे।