तूफान का पता लगाएगा ग्लोबल हॉक
वाशिंगटन। मौसम की भविष्यवाणियों में इस्तेमाल होने वाले अत्याधुनिक उपकरणों से लैस नासा का मानवरहित विमान ग्लोबल हॉक इस सप्ताह से एक अभियान के तहत उड़ानंे शुरू करेगा। इस अभियान का उद्देश्य तूफान के मार्ग का पता लगाना और इससे संबंधित भविष्यवाणियांे में सुधार लाना है। वर्जीनिया में नासा के वैलोप्स फ्लाइट फेसिलिटी में विमान का जमीनी नियंत्रण स्टेशन है। यहां से नेशनल ओशियन एंड एटमॉस्फीयरिक एडमिनिस्ट्रेशन नासा के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर ‘शाउट’ नामक अभियान पर काम करेगा जिसका पूर्ण अर्थ सेंसिंग हैजार्डस विद ऑपरेशनल अनमैन्ड टेक्नोलॉजी :सक्रिय मानवरहित तकनीक की मदद से नुकसान का पता लगाना: है।यह अभियान नासा द्वारा तूफानों पर किए जा चुके सहयोगात्मक शोध पर आधारित है और इस अभियान के जरिए ग्लोबल हॉक को मौसम भविष्यवाणी से जुड़े उपकरणों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।एनओएए के मानवरहित विमान प्रणाली कार्यक्रम के निदेशक रॉबी हुड ने कहा, ‘‘ हम ग्लोबल हॉक में एक नए, शक्तिशालाी उपकरण के रूप में सुधार लाने के लिए इसे तूफानों और अन्य भीषण तूफानों के उपर उड़ा रहे हैं ताकि यह इस बारे में अधिक सटीक भविष्यवाणी कर सके कि तूफान कहां आएंगे और उनकी तीव्रता कितनी होगी।’’ विमान चालक और वैज्ञानिक तापमान, नमी, हवा की गति और दिशा संबंधी आंकड़े एकत्र करने के लिए अब से लेकर सितंबर के अंत तक अटलांटिक महासागर के उपर विमानों की एक श्रृंखला का निर्देशन करेंगे। नासा ने कहा कि आंकड़े नेशनल हरीकेन सेंटर के नेशनल वैदर सर्विस के पूर्वानुमान मॉडलों में इस्तेमाल किए जाएंगे।