बता दें किर ट्रॉफी के लिए दोनों देश 1996 से एक-दूसरे के खिलाफ खेल रहे हैं। गावस्कर की मानें तो सीए ने उनसे मई में एक बार बात की थी। इस मामले पर गावस्कर ने कहा कि वह इसके आदी हो गए हैं। 2015 में भी इसी तरह से हुआ था, तब भी उन्हें निमंत्रण नहीं मिला था।
तब वह कमेंट्री के लिए ऑस्ट्रेलिया में ही मौजूद थे। तब गावस्कर ने कहा था कि सच कहूं तो मैं निराश हूं। आज के समय में सब कुछ ईमेल से ही चलता है। एक माह पहले से ही यह जानना जरूरी था कि क्या मैं ऑस्ट्रेलिया जा रहा हूं। मुझे मेरे दोस्त एलन बॉर्डर के वहां मौजूद रहने से खुशी होगी।