ज्योतिष डेस्क : 2019 में 3 शनि अमावस्या पड़ेगी। इस साल की पहली अमावस्या 5 जनवरी को पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि अमावस्या का दिन सर्वोत्तम माना जाता है। शनैश्चरी अमावस्या के दिन शनि की पूजा-अर्चना, साधना के लिए महत्वपूर्ण, वांक्षित फलदायक माना जाता है। माना जाता है की इस दिन लोग शनि दोषों से मुक्ति और शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के प्रभावों को कम करने के लिए शनि मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते हैं। पंडित रमाकांत मिश्रा बताते हैं की अमावस्या शक्रवार यानी 4 जनवरी की रात 4:58 बजे से लग जाएगी जोकी रविवार 6 जनवरी को सुबह 6:58 बजे तक रहेगी। पंडित जी बताते हैं की जिन लोगों को पर शनि की दृष्टि पहेगी वे लोग शनि अमावस्या के दिन स्नान दान श्राद्ध जैसे कर्म कर सकते हैं। शनि अमावस्या पर शनिदेव की विधि विधान से पूजा करने पर सुख समृद्धि प्राप्त होती है और शनि ग्रह के दोषों से निजात मिलता है।
इसके अलावा शनि अमावस्या का दिन पितृ दोष की शांति और कालसर्प दोष के निवारण के लिए भी मंगलकारी होता है। वहीं पं.मिश्रा के अनुसार वृषभ और कन्या राशि पर शनि की ढ़ैया चल रही है और वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। इस दौरान शनि अमावस्या पर इन राशियों के जातकों को कठिन समय का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा आप पर शनि बहुत कहर बरपा सकते हैं, जिसके चलते आपको कोई बड़ा नुकसान या अप्रत्याशित घटनाओं का सामना करना पड़ेगा।