18 जनवरी को रिलीज होगी मौलाना आज़ाद पर बनी पहली हिन्दी फिल्म
मुंबई : सिनेमाई परिदृश्य बदलता नज़र आ रहा है। मनोरंजक और मसालेदार फिल्मों के अलावा ऐसी फिल्मों को भी दर्शक मिल रहे हैं, जो किसी न किसी की बायोपिक हैं या जिसमें किसी आदर्श छवि को पेश किया गया हो, जो अधिकारी भी हो सकता है और नेता भी। यहां हम मौलाना आज़ाद की बात करेंगे, जो पैंतीस साल की उम्र में आज़ाद कांग्रेस के सबसे कम उम्र वाले अध्यक्ष चुने गए। गांधी जी की लंबी जेल-यात्रा के दौरान आज़ाद ने दो दलों में बंट चुकी कांग्रेस को फिर से एक करके अंग्रेजों के तोड़ू नीति को नाकाम कर दिया। केंद्रीय शिक्षामंत्री के रुप में उन्होंने विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में क्रांति पैदा करके उसे पश्चिमी देशों की पंक्ति में ला बिठाया।
हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले मौलाना आज़ाद जैसे सपूत के जीवन की दिलचस्प कहानी 18 जनवरी को देशभर के सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी। इस फिल्म के निर्माता, कथा, पटकथा, संवाद, गीत लेखक डॉ. राजेंद्र संजय हैं। इसके निर्देशक भी डॉ. राजेंद्र संजय और संजय सिंह नेगी हैं। फिल्म में संगीत दर्शन कहार ने दिया है जबकि आर्ट निर्देशक मनोज मिश्रा हैं। फिल्म के मुख्य पात्र की भूमिका लिनेश फणसे (मौलाना आज़ाद), सिराली (जुलैखा बेगम), सुधीर जोगलेकर, आरती गुप्ते, डॉ. राजेंद्र संजय, अरविंद वेकरिया, शरद शाह, केटी मेंघानी, चेतन ठक्कर, सुनील बलवंत, माही सिंह, चांद अंसारी और वीरेंद्र मिश्र ने निभाई है।