पलवल की बेटी नीलम ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में जीता GOLD
पलवल: कहते हैं अगर इरादे मजबूत हों तो, हर चुनौतियों पर पार पाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है पलवल के गांव ललपुरा की बेटी नीलम चौधरी ने। तिपहिया चलाकर परिवार का भरण पोषण करने वाले मामूली से परिवार में पली-बड़ी हुई नीलम ने हर चुनौतियों का बखूबी सामना करके अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपने गांव सहित जिले का नाम रोशन किया है। पूरा गांव नीलम की इस उपलब्धि पर उसे बधाईयां दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि पलवल के गांव ललपुरा की बेटी नीलम चौधरी ने नेपाल के पोखरा में 01 जनवरी, 2019 को आयोजित हुई अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत कर क्षेत्र सहित जिले का नाम रोशन किया है। कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर नीलम का मंगलवार को गांव ललपुरा स्थित तुलसीराम अखाड़े पर फूल मालाओं से स्वागत किया गया। पलवल के वार्ड नंबर-03 निवासी नीलम के पिता तिपहिया चालक हैं और उसकी माता मुर्ति देवी गृहणी है। सामान्य परिवार से होते हुए भी नीलम ने स्वर्ण जीतकर जिले तथा देश का नाम रोशन किया है। नीलम ने बताया कि उसको बचपन से ही कुश्ती का शौक रहा है।
नीलम ने इस प्रतियोगिता में अंडर-19 आयु वर्ग में हिस्सा लिया और 51 किलोग्राम भारवर्ग में नेपाल की सुजेन को हराकर इस स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा किया। इससे पूर्व नीलम ने गोआ में आयोजित राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। नीलम ने बताया कि वह कई बार जिला व प्रदेश स्तर पर आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में पदक जीत चुकी है। वर्तमान में नीलम राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैम्प में 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही है और वह पढ़ाई में भी अव्वल है। नीलम ने बताया कि वह गांव ललपुरा मोड़ स्थित तुलसीराम अखाड़े पर पहलवान तुलसी से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। नीलम का अगला लक्ष्य ओलंपिक में देश को स्वर्ण पदक दिलाना है जिसके लिए निरतंर अभ्यास कर रही है। गांव ललपुरा के सरपंच कुलवीर सिंह देशवाल ने बताया कि स्वर्ण पदक जीतने पर नीलम का अखाड़े पर फूल मालाओं से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि यह काफी हर्ष की बात है उन्हें भी काफी खुशी है कि अपने शहर व जिले के खिलाड़ी क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। इस अखाड़े पर करीब 12 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनमें भी काफी उत्साह है। इससे उनकी छुपी हुई प्रतिभा बाहर निकलकर आएगी।