रेवाड़ी : कोसली क्षेत्र के गांव नेहरूगढ़ का साहसी पर्वतारोही नरेन्द्र यादव लाहौल स्पीती की 5800 मीटर ऊंची चोटी पर देश का तिरंगा झंडा लहराकर अपने गांव लौट आया। ग्रामीणों व परिजनों ने उसका जोरदार स्वागत किया। नरेन्द्र यादव जिस क्लाइम्बाथन एक्सपेडिशन-2015 अभियान में शामिल था उसमें कुल 31 पर्वतारोही शामिल थे। यह केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित था। हरियाणा राज्य से उसने अकेले प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 2 फ्रांस व जापान के थे। यात्रा से लौटे नरेन्द्र ने बताया कि पर्वतारोहियों के 5 ग्रुप बनाए गए थे और सभी ग्रुप को अलग-अलग चोटियां मिली थीं। वे अपने ग्रुप के डिप्टी लीडर व फस्र्ट एड लीडर भी थे। वे इस अभियान में सबसे कम उम्र के पर्वतारोही थे। उन्होंने बताया कि उनके ग्रुप को गंथर कोल नामक चोटी मिली जिस पर कभी कोई नहीं चढ़ा था। उनका यह अभियान 4 अगस्त को शुरू हुआ था और उनके दल ने 15 अगस्त को गंथर कोल चोटी पर पहुंचकर तिरंगा लहराया और राष्ट्रगान गाया। इस गंथरकोल चोटी की ऊंचाई 5800 मीटर है। नरेन्द्र के अनुसार उनके दल ने 18 अगस्त को 6059 मीटर ऊंची एक बिना नाम की पहाड़ी पर भी ध्वज लहराया। इस पहाड़ी का नाम अब हमारे ग्रुप के नाम पर रखा जाएगा। नरेन्द्र ने बताया कि उसकी यह एक्सपेडिशन बहुत ही रोमांचकारी और खतरों भरी थी। वह एवरैस्ट फतेह करने का प्रयास भी कर चुका है और एक दिन इसमें अवश्य सफलता प्राप्त करेगा।