तो इसलिए संक्रांति पर खाते हैं तिल, दूर करता है दुर्भाग्य
हर वर्ष जनवरी माह में मकर संक्रांति मनाई जाती है और इस वर्ष की मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति के दिन तिल का बहुत महत्व होता है और इस दिन हर घर में तिल गुड़ के लड्डू बनते हैं तथा गरीबो में दान किए जाते हैं। मकर संक्रांति के दिन तिल खाने का बहुत बड़ा महत्व होता है और शायद ही कोई इस महत्व के बारे में जानता हो। इस दिन तिल खाने के अलावा तिल दान करने से भी कई तरह के लाभ होते हैं जो हम आपको बताएंगे।
शनि, राहु, केतु यह तीनों ऐसी दुविधा है जो मनुष्य के जीवन में आते ही उसका सारा सुख छीन लेती हैं। मकर संक्रांति के दिन तिल गुड़ के लड्डू खाने से और तिल दान करने से शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा मिलता है। जिनके जीवन में सूर्य और मंगल के दोष चल रहे हो उन्हें किसी गरीब को तिल और गुड़ मकर संक्रांति के दिन दान कर देना चाहिए। मकर संक्रांति के दिन बहते हुए जल में भी तिल और गुड़ बहाने की प्रक्रिया है। ऐसा माना जाता है कि बहते जल में तिल और गुड़ बहाने से हमारी सारे बुरे दोष बह जाते हैं।
तिल खाना इसलिए भी है जरूरी
अगर हम वैज्ञानिक तौर पर देखें तो तिल का सेवन हमारे सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है। तिल बहुत ही स्वास्थ्य दायक होता है तथा ठंडी में इसका सेवन हमारे शरीर में स्फूर्ति और ऊर्जा की कमी नहीं होने देता है। जनवरी माह ठंड का मौसम माना जाता है और तिल का सेवन हमें ठंड से दूर रखता है और गर्मी प्रदान करता है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
अधिक उम्र के लोगों के लिए है ज्यादा फायदेमंद
तिल में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी कांपलेक्स और कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। तिल में भरपूर मात्रा में जिंक और कैल्शियम पाया जाता है जिससे यह महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को शुरुआती 3 महीने में तिल के लड्डू का सेवन अवश्य करना चाहिए। तिल में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट भी होता है तथा यह अधिक उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होता है। अगर आप की उम्र 35 वर्ष से ऊपर की है तो रोजाना दो तिल के लड्डू आवश्य खाएं, इससे कई सारे रोग दूर रहेंगे और आपकी आयु में वृद्धि होगी।
सौंदर्य के लिए भी है फायदेमंद
त्वचा और बालों की सुंदरता के लिए भी तिल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। तिल में भारी मात्रा में जिंक पाया जाता है जिससे बाल मजबूत और घने बनते हैं। तिल का सेवन करने से हमारे शरीर के सभी अंगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। तिल में घुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं जो कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार होते हैं। तिल में अनसैचुरेटेड फैटी एसिड की भी मात्रा पाई जाती है। हालांकि, तिल की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका बहुत अधिक सेवन नहीं करना चाहिए वरना दस्त की समस्या शुरू हो सकती है।