लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव की तैयारी में कांग्रेस पूरी तरह से जुट गई है। इसकी शुरुआत कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी आगामी 21 सितंबर को मथुरा में आयोजित पार्टी कार्यशाला से करेंगे। लेकिन इससे पहले राहुल का बांके बिहार मंदिर में मत्था टेकने के जाने का भी कार्यक्रम है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई इस महीने के तीसरे सप्ताह में मथुरा में एक चिंतन शिविर में राहुल 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने के सुझावों और तौर-तरीकों को सुनेंगेपार्टी सूत्रों ने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद संगठन को मजबूती प्रदान करने के मुद्दे पर यह पहली बड़ी कवायद होगी। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस महज दो सीटें जीत पाई थी। मंडल और मंदिर मुद्दे के उभरने के बाद कांग्रेस 1989 से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर हैसमाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसी क्षेत्रीय पार्टियां पिछले 10 साल से राज्य की राजनीति में वर्चस्व बनाए हुई हैं। इस बीच, कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल किया है कि क्या वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रति जवाबदेह है। केंद्रीय मंत्रियों की ओर से आरएसएस के समक्ष रिपोर्ट कार्ड पेश करने की खबरों के बीच कांग्रेस ने आज हैरत जताई कि मोदी सरकार एक फासीवादी संगठन के प्रति जवाबदेह है या देश की जनता के प्रति, कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा, अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि आरएसएस इस सरकार को नियंत्रित कर रहा है और इसके मंत्री भारत के लोगों के प्रति जवाबदेह न होकर आरएसएस के प्रति जवाबदेह हैं। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है और इस पर फैसला संभव है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पंजाब मामलों के प्रभारी महासचिव शकील अहमद को राज्य इकाई की संभावित फेरबदल की घोषणा से पहले दिल्ली बुला लिया गया है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पिछले कुछ दिनों से राज्य के नेताओं से विचार-विमर्श करता रहा है।
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